पटना : शारदीय नवरात्र के दौरान शहर से लेकर गांव तक लोग मां दुर्गा की आराधना में जुटे हैं। इस दौरान भक्त मां शेरावाली को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह से आराधना और साधना में जुटे हैं। ऐसे ही पटना में एक भक्त पुजारी नागेश्वर बाबा हैं जो सीने पर 21 पीतल के कलश रखकर मां की आराधना में जुटे हैं। ऐसा नहीं कि नागेश्वर बाबा कोई यह पहली बार कर रहे हैं। यह उनका 27 वां वर्ष है, जब वे मां की आराधना के लिए ऐसी साधना कर रहे हैं।
पटना के सचिवालय स्थित नौलखा मंदिर के पुजारी बाबा नागेश्वर ने रविवार को नवरात्र शुरू होने के साथ सीने पर 21 कलश स्थापित कर लिया। वे अगले नौ दिनों तक निर्जला, बिना नित्यक्रिया के सीने पर कलश लिए लेटे रहेंगे। 64 वर्षीय नागेश्वर बाबा का कहना है कि मानव का कल्याण हो और धर्म की रक्षा हो, इसी निमित वे मां की आराधना करते हैं। उन्होंने कहा कि बस माता का आशीर्वाद है जो मैं उनकी आराधना कर पाता हूं।
बताया जाता है कि उन्होंने शुरुआत एक कलश रख कर की थी, फिर इसकी संख्या साल दर साल बढ़ती चली गई। मंदिर के व्यवस्थापक विजय यादव कहते हैं कि नागेश्वर बाबा की आस्था ही उन्हें शक्ति प्रदान करती है। नौ दिनों के बाद जब बाबा उठते हैं तब भी अन्य दिनों की भांति चलते हैं। कोई प्रभाव नहीं पड़ता। यह सब माता की कृपा है। विजय यादव ने कहा कि बाबा को देखने के लिए दूर दराज से भी लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा नौलखा मंदिर में लोग मां की पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं।