बगहा : नगर थाना के बनचहरी गांव के पास हरहा नदी मेंं बुधवार की सुबह मछुआरे के जाल में एक विचित्र मछली आ फंसी। इसके शरीर पर बाघ जैसी धारियां हैं। चार आंखें हैं। मुंह भी बाकी मछलियों से बिल्कुल अलग है। लगभग डेढ़ किलो इसका वजन है। इसे देखने दूर-दराज के गांवों से लोग आ रहे हैं। जानकार इसे अमेरिका में पाई जाने वाली एमोजोन स्नेल फिन कैटफिश बता रहे हैं।
स्थानीय मछुआरा अशोक सहनी सुबह 11 बजे के करीब हरहा नदी में जाल के सहारे मछली मार रहे थे। अन्य मछलियों के बीच एक अलग तरह की मछली जाल में आ फंसी। अशोक ने इस तरह की मछली पहले कभी नहीं देखी थी। उन्होंने इसकी जानकारी अन्य लोगों को दी। जिसने भी मछली को देखा सब हैरत में पड़ गए।
इसकी तस्वीर लोगों ने वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) को भेजी। अध्ययन के बाद पता चला कि यह एमोजोन स्नेल फिन कैटफिश है। दो साल पहले यह वाराणसी में मिली थी। आमतौर पर यह मछली हजारों किलोमीटर दूर दक्षिण अमेरिका की अमेजन नदी में पाई जाती है। इस मछली का यहां मिलना नदी के इकोसिस्टम के लिए खतरा बताया जा रहा है।
डब्लूडब्लूएफ के एरिया कोऑर्डिनेटर कमलेश मौर्या ने बताया कि एमोजोन स्नेल फिन कैटफिश स्थानीय जलीय जीवों के लिए खतरा है। यह आसपास के जीवों को खाकर जिंदा रहती है। इस वजह से यह किसी महत्वपूर्ण मछली या जीव को पनपने नहीं देती है। तमाम लोग बाहर से मछलियां पालने के लिए लाते हैं और बाद में नदियों में छोड़ देते हैं। ऐसे ही यह मछली यहां तक पहुंची होगी।