देहरादून शहर के कई इलाकों में फैले डेंगू की चपेट में प्रदेश भाजपा का कार्यालय भी आ गया है। कार्यालय में तैनात प्रदेश महामंत्री समेत आठ कर्मचारियों के डेंगू की चपेट में आने की चर्चा है। हालांकि प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन का कहना है कि दो लोग के वायरल की चपेट में हैं। एक के डेंगू होने की चर्चा है, लेकिन उन्हें इसकी सही जानकारी नहीं है। उधर, पार्टी कार्यालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजू भंडारी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं और इलाज करा रहे है। कार्यालय में तैनात अकाउंटेंट रोहित और कंप्यूटर आपरेटर अनिल को भी डेंगू होने की सूचना है। पार्टी दफ्तर में डेंगू की चपेट में आने से पार्टी नेताओं और कार्यकर्ता खासे चौकन्ने हैं और पूरे एहतियात के साथ कार्यालय आ रहे हैं।
उधर, कार्यालय स्टाफ के डेंगू की चपेट में आने के बावजूद दफ्तर में डेंगू से बचाव को लेकर अब तक कोई उपाय नहीं किए गए हैं। हालांकि डॉ. भसीन का कहना है कि पार्टी कार्यालय में दो दिन पहले ही दवा का छिड़काव हुआ था। उन्होंने कहा कि कार्यालय के गार्डन में ग्रीनरी की वजह से मच्छर हो सकते हैं।
दून में 771 को डेंगू, 81 घरों में मिला लार्वा
देहरादून जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों का सरकारी आंकड़ा 771 पहुंच गया है। वहीं जिले में 21 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसमें 19 मरीज देहरादून और दो मरीज अन्य जिलों के हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास सोमवार को पहुंची एलाइजा जांच की रिपोर्ट में 21 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 14 पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं।
उधर, सोमवार को भी स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम ने रीठामंडी, जाखन, डालनवाला, डिफेंस कॉलोनी, बंजारावाला और आसपास के क्षेत्रों में डेंगू मच्छर और उसके लार्वा को नष्ट करने के लिए अभियान चलाया। दोनों टीमों ने इन क्षेत्रों के 2831 घरों का सर्वे किया। इनमें 83 घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा पाया गया। वहीं कई मोहल्ले और कॉलनीवासियों ने चंदा जुटा कर खुद ही फॉगिंग करानी शुरू कर दी है।
नेहरू कॉलोनी जैसे क्षेत्र में जहां डेंगू से एक छात्रा की मौत भी हो चुकी है व अन्य लोग डेंगू व वायरल बुखार से पीड़ित है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग और न नगर निगमने दोबारा यहां जांच या फॉगिंग नहीं कराई है। जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में लगातार जागरूकता और फॉगिंग कराने का अभियान चलाया जा रहा है।