नई दिल्ली: सबरीमाला मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सोमवार को तिरुअनंतपुरम में हजारों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सचिवालय तक मार्च किया| सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने फैसला दिया था कि सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिला दर्शन कर सकती है| इस रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए| रैली में कार्यकर्ता भगवान अयप्पा की तस्वीर के साथ चल रहे थे और उनके मंत्रों का जाप कर रहे थे| कार्यकर्ताओं का यह मार्च पिछले सप्ताह पंडालम से तब शुरू हुआ जब राज्य की पी विजयन सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन लगाने की बजाए उसे लागू करने का फैसला किया| बीजेपी का आरोप है कि राज्य सरकार ने भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा| बीजेपी ने चेतावनी दी है कि यदि पी विजयन के नेतृत्व वाली केरल की लेफ्ट सरकार अगले 24 घंटे में इस मुद्दे का समाधान नहीं निकालती है तो बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन होगा| बीजेपी ने आरोप लगाया है कि केरल सरकार ने इस तीर्थस्थल की पवित्रता को भंग करने की साजिश के तहत कोर्ट के फैसले को लागू करने का फैसला किया है| सबरीमाला में नवंबर महीने से तीन महीने तक भगवान अयप्पा की विशेष पूजा शुरू होती है, जिसमें शामिल होने के लिए देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं| इस मार्च को एनडीए के सीनियर नेताओं ने लीड किया| इनमें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई, एक्टर से सांसद बने सुरेश गोपी और भारतीय धर्म जन सेना चीफ तुषार वेलाप्पल्ली मुख्य रूप से शामिल थे| पिल्लई ने कहा कि यदि राज्य सरकार जल्द से जल्द इस मुद्दे का समाधान नहीं करती है, तो इसके परिणाम खतरनाक है| उन्होंने कहा, “हम केरल के हर ग्रामीण से मिलेंगे और सबरीमाला मंदिर, इसकी सदियों पुरानी परंपराओं को बचाने के लिए बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाएंगे|