BJP बोली- एग्जैक्ट नतीजे का करें इंतजार, कांग्रेस का जवाब- 11 को चौंकाएंगे हम
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के बाद शुक्रवार को कई टीवी चैनलों ने अपने अपने एग्जिट पोल दिखाए, जिसमें कांग्रेस को बढ़त मिलती हुई दिख रही है जबकि बीजेपी को झटका लगता हुआ दिख रहा है. विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे, लेकिन उससे पहले आए एक्जिट पोल में बीजेपी के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सत्ता पर काबिज बीजेपी की विदाई होती नजर आ रही है. जबकि कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करती दिख रही है.
इस बीच, एग्जिट पोल पर राजनीतिक दल अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर कुछ बोलने से बचते हुए नजर आए जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार ने कहा कि पांचों राज्यों में कांग्रेस का ग्राफ बढ़ा, बीजेपी का घटा है. कांग्रेस जीतेगी और बीजेपी हारेगी. उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को जब नतीजे आएंगे, वो चौंकाने वाले होंगे.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कहा, मैं अभी प्रतिक्रिया नहीं दूंगा, क्योंकि एक्जैक्ट नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे. उसी दौरान चर्चा करना ठीक रहेगा. हमें नतीजों का इंतजार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा हुआ है जब एग्जिट पोल के नतीजे पलट गए हैं, इसलिए हमें 11 दिसंबर को आने वाले परिणाम का इंतजार करना चाहए.
बता दें कि इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक राजस्थान की जनता ने सत्तारूढ़ BJP को बाहर कर दिया है. एग्जिट पोल में कांग्रेस की भारी बहुमत के साथ वापसी देखी जा रही है. राजस्थान में बीजेपी को 55 से 72 सीटों पर सिमटते देखा गया है. वहीं विपक्ष में बैठी कांग्रेस को 119 से 141 सीटों पर जीतता दिखाया जा रहा है. राजस्थान में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है. कांग्रेस के लिए 42% और बीजेपी के लिए 37% वोट का अनुमान है.
एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी को 40 फीसदी वोट, कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. एग्जिट पोल ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बीजेपी पर भारी दिखाया है. एग्जिट पोल के मुताबिक जहां कांग्रेस को 55-65 सीटों पर जीतते हुए सरकार बनाने का स्पष्ट बहुमत लेते दिखाया है. वहीं बीजेपी को राज्य में महज 21 से 31 सीटों पर जीत हासिल करते दिखाया गया. बीएसपी और अजीत जोगी की पार्टी के गठबंधन को 90 में से सिर्फ 4-8 सीटें मिलती दिख रही हैं. अन्य को राज्य में एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान है.