भाजपा और जेजेपी नेता मिलकर करेंगे सरकार के कामों का प्रचार, बढ़ाएंगे गठबंधन में तालमेल
चंडीगढ़ : जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि पंचकुला में हुई बीजेपी-जेजेपी की बैठक में गठबंधन के आपसी तालमेल, सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की राजनीति को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि बैठक के नतीजे सरकार, प्रतिनिधियों और प्रदेश की जनता के लिए बेहतर आएंगे। दिग्विजय ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गठबंधन सरकार के पिछले तीन साल के कार्यकाल पर चर्चा करते हुए आंकलन किया और भविष्य में होने वाले उपचुनाव, पंचायत चुनाव, लोकसभा-विधानसभा चुनाव पर चर्चा की। दिग्विजय ने कहा कि हिमाचल में होने वाले चुनाव में जेजेपी की क्या भूमिका रहेगी इस पर भी चर्चा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि जेजेपी-बीजेपी का गठबंधन मजबूत है और विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। वे शनिवार को जेजेपी प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू थे।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जल्द बीजेपी-जेजेपी अपने घोषणापत्र के वादों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के मार्गदर्शन में दोनों पार्टियों से चार-चार सदस्य की एक समन्वय कमेटी बनाएगी जो कि गठबंधन सरकार के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के लिए अहम रोल निभाएगी। दिग्विजय ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जल्द कमेटी बनाने को कहा है और अगले माह से समन्वय समिति अपना कार्य शुरू करेगी और हर माह समीक्षा बैठक भी होगी।
जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी द्वारा विधानसभा चुनाव-2019 में जारी घोषणा पत्र में से अब तक बहुत सारे वादों पर कार्य हुआ हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द घोषणा पत्र पर एक रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगी और उसे जनता के समक्ष रखेगी। दिग्विजय ने कहा कि गठबंधन सरकार में जननायक जनता पार्टी की बहुत सारी बड़ी घोषणाएं पूरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसी घोषणाएं है जो पूरी हो चुकी है लेकिन उनका प्रचार नहीं हुआ, कई वादे अभी पूरे होने की प्रक्रिया में है और कुछ वादे ऐसे भी है जो कि अभी पूरे नहीं हुए है लेकिन हो सकते हैं। सभी वादों को पूरा करने के उद्देश्य से पार्टी इस पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी।
दिग्विजय ने कहा कि पार्टी का मकसद है कि घोषणा पत्र के सभी वादे पूरे हों। पत्रकारों द्वारा बुढ़ापा पेंशन के संबंध में पूछे गए सवाल पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बुढ़ापा पेंशन पर आय की शर्त पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की कांग्रेस सरकार में लगाई गई थी और उस समय 32 विधायक वाली इनेलो ने विधानसभा में एक बार भी आवाज क्यों नहीं उठाई। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा प्रयास तो यह है कि इस आय की शर्त को पांच लाख रूपए से ऊपर लेकर जाया जाए।