जयपुर : राजस्थान में भाजपा ने दिल्ली में अपने लिव-इन पार्टनर द्वारा श्रद्धा वाकर की नृशंस हत्या को एक दुर्घटना करार देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है। गहलोत ने हत्याकांड के संदर्भ में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, यह घटना एक दुर्घटना है। यह कोई नई बात नहीं है। सदियों से अंतरजातीय व अंतरधार्मिक शादियां होती रही हैं।
गहलोत ने कहा, ”आपने (भाजपा ने) एक समुदाय, एक धर्म को निशाना बनाया है और इसके आधार पर देश के अंदर आपकी राजनीति चल रही है। आपको इसका लाभ मिल रहा है। धर्म और जाति के नाम पर लोगों को इकट्ठा करना, भीड़ बनाना बहुत आसान है।” आग लगाना आसान है, आग बुझाना बहुत मुश्किल है। इमारत बनने में समय लगता है, लेकिन उसे गिराने में आधा घंटा ही लगता है।
गहलोत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि उन्हें इस बात का खेद है कि इस तरह की भयानक घटना को एक सामान्य घटना भी कहा जा सकता है और इसके लिए कुतर्क भी दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा, यह घटना मानसिकता की लड़ाई है, यह विचारों की लड़ाई है कि किस तरह से सोची समझी साजिश के तहत लव जिहाद, धर्मांतरण किया जा रहा है और इससे सबसे ज्यादा अगर कोई प्रभावित हुआ है तो वह है राजस्थान। राज्य के गृह मंत्री इस तरह का बयान देते हैं, तो यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना है, मैं इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं।
पूनिया ने कहा, ऐसा लगता है कि श्रद्धा हत्याकांड की भावना का उन पर कोई असर नहीं है, इसके विपरीत मुख्यमंत्री इसे सामान्य घटना बताने की कोशिश कर रहे हैं। गहलोत के बयान की निंदा करते हुए राजसमंद की भाजपा सांसद दीया कुमारी ने कहा कि यह हिंदू धर्म पर हमला है। इससे महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हिंसक अपराध को बढ़ावा मिलता है। राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा ऐसी घटनाओं को जायज ठहराना निंदनीय है।