अमेठी, रायबरेली, मैनपुरी सहित सभी ऐसी सीटों पर भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ आ रही: डिप्टी CM ब्रजेश पाठक
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कई मंत्रियों की साख का इम्तिहान होगा। तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर सात मई को वोटिंग है। इन दस सीटों पर 100 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। इसी कड़ी में सभी पार्टियां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। ऐसे में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अमेठी, रायबरेली, मैनपुरी सहित सभी ऐसी सीटों पर भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ आ रही है।
मैनपुरी लोकसभा सीट
मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है। सपा ने अखिलेश यादव की पत्नी एवं मौजूदा सांसद डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है। उधर, बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री एवं मैनपुरी सदर सीट से विधायक जयवीर सिंह को उतार कर सपा को उसके गढ़ में टक्कर देने की कोशिश की है, जबकि बसपा ने इस सीट से अपना कैंडिडेट बदलकर यादव कार्ड खेल दिया है। बसपा ने शिव प्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर सपा का पलड़ा भारी है, लेकिन बीजेपी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मैनपुरी सीट नेताजी मुलायम सिंह यादव का संसदीय क्षेत्र रहा है। उनके निधन के बाद उपचुनाव के बाद पहला लोकसभा चुनाव होने जा रहा है। उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिम्पल यादव ने चुनाव जीता था।
रायबरेली सीट का इतिहास
निर्वाचन क्षेत्र के रूप में रायबरेली कांग्रेस का गढ़ है। ये पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निर्वाचन क्षेत्र रहा है और 1999 से लगातार पांचवीं बार सोनिया गांधी यहां से सांसद चुनी गईं। यहां से तीन बार कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत पांच विधान सभा क्षेत्र आते हैं। 2011 जनगणना के मुताबिक लगभग 35 लाख जनसंख्या वाले इस जिले में प्रति वर्ग किलोमीटर 739 लोग रहते हैं। रायबरेली की 67.25 फीसदी जनसंख्या साक्षर है। इनमें पुरुष 77.63 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 56.29 फीसदी है।
अमेठी लोकसभा सीट
अमेठी उत्तर प्रदेश का 72वां जिला है जिसे बहुजन समाज पार्टी सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई 2010 को अस्तित्व में लाया गया था. शुरुआत में इसका नाम छत्रपति साहूजी महाराज नगर था लेकिन इसे बदलकर अमेठी कर दिया गया। यह भारत के नेहरू-गांधी परिवार की राजनीतिक कर्मभूमि रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, उनके नाती संजय गांधी, राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी ने इस जिले का प्रतिनिधित्व किया है। 2014 आम चुनाव में राहुल गांधी यहां से सांसद चुने गए लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की स्मृति ईरानी ने पराजित कर दिया।