कोलकाता: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में नगरपालिका चुनाव को एक महीने के लिए टालने की मांग की है। इसे लेकर बंगाल भाजपा ने शुक्रवार को राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) को पत्र लिखा। इसमें बताया गया है कि राज्य सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अनुसार, 13 जनवरी 2022 को कोरोना के 23,467 मामले दर्ज हुए। जबकि 28 दिसंबर, 2021 को चुनावों का नोटिफिकेशन जारी हुआ था, उस दिन 732 केस ही मिले थे। भाजपा ने कहा कि राज्य में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 28 दिसंबर 2021 को 2.35 फीसदी था, जो 13 जनवरी 2022 को बढ़कर 32.13 फीसदी हो गया है। राज्य चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार, चार नगर निगमों सिलीगुड़ी नगर निगम, चंद्रनगर नगर निगम, बिधाननगर नगर निगम और आसनसोल नगर निगम में 22 जनवरी को होने हैं।
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर विचार करें
पत्र में लिखा है कि हम आपका ध्यान कलकत्ता हाईकोर्ट के उस आदेश की ओर दिलाना चाहेंगे, जिसमें अदालत ने राज्य चुनाव आयोग से कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर विचार करने को कहा था। कोर्ट ने कहा, “अगर ऐसी स्थिति में चुनाव कराना जनहित में होगा। अगर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव तय तरीखों पर संभव हो पाएगा। अगर नहीं तो, चारों नगर निगमों की चुनाव तारीख को थोड़े समय के लिए टालने का फैसला हो सकता है।”
संक्रमण का जोखिम बढ़ाने से उद्देश्य पूरा नहीं होगा
पत्र में कहा गया है, “लोकतंत्र और चुनाव लोगों के लिए ही हैं। मतदाताओं को संक्रमित होने का जोखिम बढ़ाने से चुनाव का उद्देश्य पूरा नहीं होगा, जो पहले से ही 1.5 से 2.5 साल के बीच देरी से हो रहा है। भाजपा ने राज्य चुनाव आयोग से लोगों के हित में 22 जनवरी 2022 को होने वाले चुनावों को चार से छह सप्ताह के लिए टालने की घोषणा करने की अपील की है। ऐसा नहीं करने पर किसी भी प्रतिकूल घटना के लिए हम आपको जिम्मेदार ठहराएंगे।”