छत्तीसगढ़राज्य

हारे-थके लोगों पर बीजेपी लगा रही दांव, कोई नया चेहरा नहीं : CM भूपेश

रायपुर : बीजेपी की दूसरी लिस्ट में दो सांसदों और एक केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को टिकट दिए जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री को दूसरे लोकसभा से टिकट दे रहे हैं। वह सरगुजा से सांसद हैं, लेकिन कोरबा से टिकट दिया गया। इसी तरह विष्णुदेव साय पत्थलगांव रहते हैं, तो उन्हें कुनकुरी से टिकट दिया गया। गोमती साय कुनकुरी रहती हैं तो उन्हें पत्थलगांव से टिकट दिया गया है। ओपी चौधरी खरसिया से पलायन कर गए। बीजेपी हारे हुए लोगों पर दांव लगा रही है।

सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि जनता ने जिसको बहुत पहले ही नकार दिया था, उसे दोबारा टिकट दिया गया है। चाहे वो अमर अग्रवाल हो या राजेश मूणत या प्रेमप्रकाश पांडे सभी पर भाजपा ने फिर विश्वास जताया है। इनके पास अब कोई चेहरा नहीं है। हारे हुए लोगों को उतारा है। राजनांदगांव से पूर्व सीएम रमन सिंह को टिकट दिए जाने पर कहा कि अभी भी उनकी ही चल रही है। भले ही वो अरुण साव को बगल में बैठा लें पर चल उन्हीं की रही है। टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी पर कहा कि बीजेपी अलोकतांत्रिक पार्टी है, उसमें कार्यकर्ताओं की बातें नहीं सुनी जाती है। उन पर केवल थोपे जाते हैं।

भाजपा की दूसरी संभावित सूची के वायरल होने पर कहा कि बीजेपी ने जानबूझकर सूची लीक की थी। यदि ऐसा नहीं होता तो कई जगहों पर ईडी की रेड पड़ चुकी होती। जो सूची लीक हुई थी, जारी लिस्ट में भी अधितर वहीं नाम हैं। ये सब बीजेपी की रणनीति के तहत हुआ है। यह जानबूझकर लीक किया गया है। सोशल मीडिया में पोस्ट को लेकर कहा कि बीजेपी अब निम्न स्तर पर उतर आई है। उनके ऑफिशियल पेज पर पोस्ट गलत ढंग से किए जा रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि बीजेपी अब अपने असली चेहरे पर आ गई है। अब उनका नकाब उतर चुका है। दो फेस में चुनाव कराए जाने पर कहा कि पहले भी दो चरण में चुनाव कराए गए थे।

कांग्रेस की लिस्ट जारी होने के सवाल पर सीएम ने कहा कि सीएससी की बैठक के बाद जल्द ही सूची जारी कर दी जाएगी। अब इसमें बहुत ज्यादा देर नहीं है। एक साथ 90 सीटों पर लिस्ट जारी होने के सवाल पर कहा कि ये पार्टी हाईकमान पर निर्भर है। हालांकि बीजेपी की अभी पांच सीटों पर सूची आनी बाकी है।

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग पर कहा कि करीब चार घंटे तक बैठक चली। मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत सभी सीनियर नेताओं ने जाति जनगणना कराने की बात कही। इस पर मुहर लगाई गई है। सभी वर्ग के आधार पर उनकी भलाई के लिए योजनाएं बनाई जाएंगी, इसलिए जाति जनगणना होना जरूरी है।

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