राज्यराष्ट्रीय

भाजपा ने कहा- गांवों में खुशहाली लाकर देश को खुशहाल बना रही है मोदी सरकार

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में केंद्र सरकार (Center Government) ने स्वास्थ्य क्षेत्र में और गरीब जनता के लिए अनेक योजनाएं शुरू कीं और गांवों को खुशहाल बनाकर देश में खुशहाली का रास्ता साफ किया।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के किरीट सोलंकी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनधन खातों की शुरुआत की थी और आज करोड़ों लोगों को विभिन्न योजनाओं का पैसा सीधे इन खातों में पहुंचता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से बिचौलियों को हटाया है।

उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दो दिन पहले कहा था कि दो भारत बन गये हैं। मैं उनसे आग्रह करता हूं कि आप भारत को जोड़ने की बात करिए, तोड़ने की मत करिए।” सोलंकी ने कहा, ‘‘संविधान के तहत देश में लोकतंत्र है। इस लोकतंत्र में कोई भी प्रधानमंत्री जनता के मतों से चुनकर आता है। कोई रानी की कोख से जन्म नहीं लेता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों के समर्थन से चुनकर आए हैं। मैं उनसे (राहुल) कहना चाहता हूं कि अनर्गल बातें नहीं करें।”

उन्होंने देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में आयुष्मान भारत जैसी अनेक योजनाओं और पहलों के लिए केंद्र सरकार की प्रशंसा की और कहा कि कोरोना के खिलाफ टीका विनिर्माण में भारत अग्रणी रहा। चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा के निहाल चंद ने कहा कि किसान के खेत में जब अच्छी फसल होगी तो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अच्छी होगी। उन्होंने कहा कि गांव खुशहाल होंगे तो देश खुशहाल होगा और इस सरकार ने गांवों को खुशहाल बनाया है।

भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि हर घर जल के तहत छह करोड़ घरों को पेयजल के लिए पाइप कनेक्शन का उल्लेख राष्ट्रपति के अभिभाषण में है जो सभी तक पेयजल पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का नेतृत्व संभाला है जब से सैन्य बलों का मनोबल बहुत बढ़ गया है। दुग्गल ने कहा कि सीमा पर चीन की गतिविधियों के मामले में विपक्ष के नेता विदेशी अखबारों की खबरों पर भरोसा करते हैं, सरकार पर नहीं।

Related Articles

Back to top button