नई दिल्ली : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भले ही अब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष न हो, बावजूद वे प्रतिदिन ट्वीट के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरने में लगे हुए हैं. पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि अब भारतीय जनता पार्टी का आरक्षण विरोध चेहरा खुलकर सामने आने लगा है.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा अब खुलकर सामने आता जा रहा है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ‘यूजीसी’ ने जिस तरह से विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने के लिए ड्राफ्ट तैयार किया है, वह अत्यंत खतरनाक प्रवृत्ति है. इस ड्राफ्ट में कहा गया है कि अगर उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से योग्य उम्मीदवार नहीं मिलते तो आरक्षित सीटों को अनारक्षित कर दिया जाए. यह आरक्षण समाप्त करने की स्पष्ट साजिश है.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं हो रहा जब भारतीय जनता पार्टी समाज के कमजोर तबके से आरक्षण छीनना चाहती है. इससे पहले मध्य प्रदेश में मेरी सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया था जिसे भाजपा की सरकार ने षड्यंत्र पूर्वक समाप्त हो जाने दिया. मोदी सरकार इसलिए जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक नहीं कर रही है कि समाज के वंचित वर्ग को उसका अधिकार न देना पड़े.
मंसूबे सफल नहीं होने देगी कांग्रेस
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी सरकार के मंसूबे सफल नहीं होने देगी और हर स्तर पर दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग और सर्व समाज की लड़ाई लड़ती रहेगी.