BJP सांसद गोपाल नारायण का विवादित बयान: JDU से है स्वार्थ का गठबंधन, कुर्सी के लिए समझौता
पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद गोपाल नारायण सिंह (Gopal Narayan Singh) ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में घटक दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पर कड़े सवाल उठाए हैं। उन्होंने बीजेपी व जेडीयू के गठबंधन को स्वार्थ का गठबंधन करार दिया है। गोपाल नारायण सिंह चाहते हैं कि बीजेपी अपने बल पर चुनाव लड़े। विदित हो कि उन्होंने बुधवार को भी जेडीयू के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि लालू व नीतीश राज में कोई फर्क नहीं है। बीजेपी सांसद के बयान पर जेडीयू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
बीजेपी व जेडीयू में कुर्सी के लिए समझौता
गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि जेडीयू व बीजेपी स्वार्थ का गठबंधन है। यह समझौता कुर्सी के लिए किया गया है। बिहार की समस्याओं की चिंता नहीं की जा रही है। जेडीयू को लेकर उन्होंने कहा कि धारा 370 व तीन तलाक जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बीजेपी व जेडीयू के स्टैंड मेल नहीं खाते।
अपने बल पर अकेले चुनाव लड़े बीजेपी
गोपाल नारायण सिंह इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि जब हमारी हवा बनती है तो हमारे ही किसी नेता की कमजोरी के कारण एेसे समझौते होते हैं। बीजेपी को अपने बल पर अकेले चुनाव लड़ना चाहिए।
पहले कहा था: लालू और नीतीश राज में फर्क नहीं
विदित हो कि इसके पहले बिहार में इंसेफेलाइटिस (एईएस) से बच्चों की हुई मौत पर बीजेपी सांसद गोपाल नारायण सिंह ने नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि लालू यादव और नीतीश कुमार के राज में कोई फर्क नहीं है। एईएस मामले पर सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किये जाने पर उन्होंने कहा था कि हलफनामा दाखिल करने से कुछ हल नहीं होता, यह बिहार सरकार की कमजोरी है।
जेडीयू ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
बीजेपी सांसद गोपाल नारायण सिंह के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि लोग उनकी ताकत जानते हैं। जेडीयू जब आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) के साथ था, तब पार्टी ने उसके साथ मिलकर सरकार बनायी थी। तब बीजेपी 54-55 सीटों पर सिमट गई थी। अब जेडीयू व बीजेपी ने साथ मिलकर 40 में से 39 सीटें जीते हैंं। जहां तक गठबंधन की बात है, इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मिलकर किया है, इसलिए सबकी (गोपाल नारायण सिंह) बात पर टिप्पणी जरूरी नहीं।