उत्तराखंड में भाजपा की ओर से खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के निष्काषन के बाद अब राजनीतिक हलकों में यह सवाल तैरने लगा है कि क्या वह हाथी पर सवार होंगे? पूर्व में जिस तरह से चैंपियन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मुखालफत कर अनुसूचित समाज के प्रति अपना प्रेम जताया था, तभी से यह माना जा रहा था कि चैंपियन कभी भी बसपा में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस संबंध में पत्ते नहीं खोले हैं। उनका कहना है कि इस बारे में फिलहाल कोई बातचीत नहीं चल रही है, लेकिन चैंपियन यदि पार्टी में आना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने वर्ष 2016 में कांग्रेस से बगावत कर अन्य विधायकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद वर्ष 2017 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर चौथी बार खानपुर विधानसभा से जीत हासिल की थी।
ऐसे में अब माना जा रहा है कि यदि उनका भाजपा से निष्कासन होने के बाद कांग्रेस में वापसी की राह कठिन होगी। ऐसी स्थिति में नई पार्टी के रूप में बसपा उनके लिए ज्यादा मुफीद होगी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चैंपियन बसपा का रुख कर सकते हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि, करीब चार महीने पूर्व चैंपियन ने विवादस्पद बयान देते हुए महात्मा गांधी से राष्ट्रपिता का दर्जा वापस लेकर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को यह सम्मान दिए जाने की बात कही थी।
तभी से माना जा रहा था कि चैंपियन आने वाले दिनों में अनुसूचित समाज के प्रति अपना प्रेम दर्शाकर बसपा की राह पकड़ सकते है। अब जबकि बदले राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा से उनका निष्कासन होने के बाद चैंपियन के बसपा में जाने की कयासबाजी तेज हो गई है। इस संबंध में चैंपियन से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे वार्ता नहीं हो पाई। जब भी उनका पक्ष आएगा, उसे हूबहू प्रकाशित किया जाएगा।
उधर, बसपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान ने कहा कि चैंपियन के भाजपा से निष्कासन के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन यदि चैंपियन पार्टी ज्वाइन करने के लिए संपर्क करते हैं तो हाईकमान इस पर विचार कर सकता है। खानपुर विधायक चैंपियन की सोशल मीडिया पर वायरल हुई विवादस्पद वीडियो को लेकर लोगों में भारी गुस्सा देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग चैंपियन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। इतना ही नहीं लोग चैंपियन को पार्टी से निष्कासित करने से लेकर वीडियो में दिखाई दे रहे हथियारों की जांच करने की बात कह रहे हैं।