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आसमान से भारी बारिश के साथ बरस रही आफत, बोल्डर-मलबे में दबकर 8 की मौत

नई दिल्ली : उत्तराखंड में लगातार बारिश से मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बीते दो दिन से जारी बरसात के चलते भूस्खलन से जगह-जगह सड़कें बंद हो गईं। खराब मौसम के चलते हुए तीन हादसों में कुल आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 घायल हो गए। साथ ही देहरादून-हरिद्वार के बीच रेलवे ट्रैक पर मलबा आने से रेल यातायात बाधित रहा।

हरिद्वार-दिल्ली रूट पर ओएचई पोल टूटने से भी कई ट्रेनें प्रभावित रहीं। कुल 29 ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा। तमाम यात्रियों को स्टेशन से बैरंग वापस लौटना पड़ा। देहरादून-हरिद्वार के बीच रेलवे ट्रैक पर मंगलवार सुबह करीब सात बजे मलबा आ गया। इसकी सूचना पर रेलवे प्रशासन ने देहरादून से दिल्ली जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस को रायवाला स्टेशन पर रोक दिया।

इसके साथ ही उज्जैनी एक्सप्रेस को मोतीचूर और सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन को डोईवाला में रोका गया। ट्रैक से मलबा हटाने व मरम्मत के बीच वंदेभारत को सुबह 11 बजे वापस दून लौटा दिया गया। दून आने वाली ट्रेनें हरिद्वार तक आईं और वहीं से वापस भी लौटीं। दून के यात्रियों को बस-टैक्सी से दून आना पड़ा। रेलवे कर्मचारियों ने रात करीब आठ बजे ट्रैक साफ कर दिया।

इसके बाद हरिद्वार-दून ट्रैक पर आवाजाही सुचारु कर दी गई। दूसरी ओर, हरिद्वार में ही सुबह आठ बजे एक इलेक्ट्रिक पोल टूट गया। इससे दिल्ली से आने-जाने वाली ट्रेनें प्रभावित रहीं। हालांकि इस ट्रैक पर छह घंटे बाद ही यातायात सुचारु कर दिया गया। रेलवे के सीनियर डीसीएम कोचिंग सुधीर सिंह ने बताया कि ट्रैक पर मलबा आने व इलेक्ट्रिक पोल टूटने से कई ट्रेनें प्रभावित रहीं। लोग यात्रा से पहले हेल्पलाइन नंबर 139 या एनटीईएस पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

उत्तराखंड में तीन दुर्घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 लोग घायल हो गए। सोमवार रात गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों के तीन वाहन मलबे की चपेट में आ गए। इनमें 31 यात्री सवार थे। हादसे में एक महिला समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 23 लोग घायल हुए।

दूसरा हादसा मंगलवार सुबह 11 बजे कालसी क्षेत्र में हरिपुर-कोटी-इच्छाड़ी मोटर मार्ग पर हुआ। यहां लोडर पर बोल्डर गिरने से दो पूर्व प्रधान सहित तीन लोगों की मौत हो गई। उधर, रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ में फाटा के पास पत्थर गिरने से बाइक सवार युवक की मौत हो गइ। उसका साथी घायल हो गया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उक्त दोनों हादसों के मृतकों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया। राज्यपाल ने मृतकों की आत्मा शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में लोग स्थिति को देखकर सतर्कता बरतते हुए सफर करें।

उधर, मुख्यमंत्री धामी ने हादसों के घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे मानसून सीजन को देखते हुए अत्यधिक सावधानी बरतें। लोग यात्रा का कार्यक्रम बनाने से पूर्व मौसम विभाग के अनुमान को भी ध्यान में रखें।

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