पंजाब

जालंधर लोकसभा सीट पर होंगे उपचुनाव, जल्द हो सकता है ऐलान


जालंधर: जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के आकस्मिक निधन के बाद चुनाव आयोग जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव करवा सकता है। लोकसभा सदन का गठन मई 2019 में हुआ था और सदन का कार्यकाल अभी 16 महीने बाकी है। अगर सदन का कार्यकाल एक साल से कम होता तो शायद चुनाव आयोग इस सीट पर चुनाव नहीं करवाता, लेकिन संवैधानिक नियमों के मुताबिक कोई भी लोकसभा सीट एक साल से ज्यादा समय के लिए खाली नहीं रहती जिसके चलते चुनाव आयोग इस पर जल्द फैसला लेकर चुनाव करवा सकता है। हालांकि, इसमें कुछ नियम भी हैं क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि इस सीट को आधिकारिक तौर पर खाली सीट कब ऐलान किया जाता है।

लोकसभा सत्र 31 जनवरी से शुरू होने वाला है। दिवंगत संतोख सिंह चौधरी को श्रद्धांजलि देने के बाद इस सीट पर आधिकारिक फैसला लिया जा सकता है। इस साल पूर्वोत्तर के कई राज्यों में चुनाव हुए हैं और इसी साल मई में कर्नाटक विधानसभा चुनाव भी हैं। नॉर्थ ईस्ट राज्यों के चुनाव फरवरी मार्च में संभावित हैं, इसलिए इस सीट पर इतनी जल्दी उपचुनाव कराना मुश्किल लग रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि कर्नाटक चुनाव के साथ ही मई में जालंधर में खाली सीट पर चुनाव हो सकता है। मेघालय, नागालैंड में फरवरी के महीने में चुनाव होने जा रहे हैं। लेकिन जालंधर लोकसभा सीट पर इतनी जल्दी चुनाव कराना संभव नहीं है।

यहां यह भी बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद यह दूसरा लोकसभा उपचुनाव होगा। इससे पहले भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के बाद संगरूर की लोकसभा सीट खाली हुई थी और इस सीट पर हुए उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी सिमरनजीत सिंह मान ने जीत दर्ज की थी जबकि आम आदमी पार्टी को अपनी घरेलू सीट गंवानी पड़ी जो मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का गढ़ है।

संतोख सिंह चौधरी के अचानक निधन से खाली हुई लोकसभा सीट
राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान संतोख चौधरी का अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अटैक के बाद उन्हें तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन की खबर मिलते ही राहुल गांधी का भारत जोड़ो यात्रा को तुरंत रोक दिया गया। सांसद संतोख सिंह चौधरी जालंधर से मौजूदा सांसद थे और उनकी उम्र 76 साल थी। वह 2019 में दूसरी बार सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे। इससे पहले वह 2014 में भी जीते थे।

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