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3 सितंबर तक इन राज्यों में लगातार होगी आफत की बारिश, जानें मौसम का ताजा हाल

नई दिल्ली : देश में एकबार फिर से मानसून काफी एक्टिव हो गया है। इस वजह के कई राज्यों और देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही इस बारिश की वजह से कई इलाकों में लोगों को भारी मुश्किलें का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में सोमवार से बारिश का दौर जारी है।

बताया जा रहा है कि बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर बने चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। जिससे एक बार फिर मानसून के एक्टिव होने से देशभर में बारिश की गतिविधियां बढ़ गई है।

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मानसून की ट्रफ रेखा अमृतसर, अंबाला, दिल्ली, ग्वालियर, सतना और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव के मध्य से होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। जबकि कर्नाटक तट से केरल तट तक ट्रफ रेखा फैली हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक आंध्र प्रदेश और रायसीना में अगले 24 घंटे में भारी बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के क्षेत्रों में तीन सितंबर तक लगातार बारिश होने की संभावना है। इतना ही नहीं मनसून के कम दबाव के क्षेत्र के हिमालय की तलहटी से मैदानी इलाकों की ओर बढ़ रही है।

एमआईडी दिल्ली सहित देश के दक्षिणी, पश्चिमी, पूर्वी और उत्तरी हिस्से में बारिश का पूर्वानुमाम जताया है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग की ओर जारी ताजा अपडेट के मुताबिक 3 सितंबर कई राज्यों में बिजली गरने के साथ-साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के कम दबाव के क्षेत्र के हिमालय की तलहटी से मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने की उम्मीद है।

मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर बने चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। जिससे एक बार फिर मॉनसून के एक्टिव होने से बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में जोरदार रहा है और केरल तथा लक्षद्वीप में ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई है।

तेलंगाना, मराठवाड़ा, विदर्भ और उत्तरी कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। मध्य प्रदेश, गुजरात, दक्षिण और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों, केरल, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, लक्षद्वीप, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हरियाणा दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।

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