CAA का समर्थन करने पर बसपा विधायक निलंबित, मायावती ने की सख्त कार्रवाई
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाली बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सख्त कार्रवाई की है। मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने पर मध्य प्रदेश में पार्टी की विधायक रमाबाई परिहार को पार्टी से निलंबित कर दिया है। मध्य प्रदेश में बसपा के विधायक वहां की कमलनाथ सरकार को समर्थन दिया है।
रमाबाई परिहार मध्यप्रदेश के पथेरिया से विधायक हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ को सरकार बचाने के लिए बसपा विधायकों के समर्थन की जरूरत है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि रमाबाई परिहार भी जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। बसपा ने सबसे पहले इस कानून को विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया। पहले भी उनको कई बार सुप्रीमो के कार्यालय से पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी।
मायावती विधायक रमाबाई के इस कृत्य से इतना नाराज हैं कि रमाबाई को पार्टी कार्यक्रम में शामिल होने से भी मना कर दिया गया है। बसपा ने नागरिकता संशोधन कानून का लगातार विरोध कर रही है बसपा ने नागरिकता संशोधन कानून को असंवैधानिक बताते हुए संसद में इसके खिलाफ वोटिंग की थी।
बसपा मुखिया मायावती ने रमाबाई परिहार को पार्टी के निलंबित करने के बाद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मायावती ने लिखा कि बसपा अनुशासित पार्टी है और इसे तोडऩे पर पार्टी के विधायक व सांसद आदि के खिलाफ भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में पथेरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार को सीएए का का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया गया है। उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है।
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा कि बसपा ने सबसे पहले इसे (सीएए) विभाजनकारी और असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया। संसद में भी इसके विरुद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। इन सब बातों के बाद भी विधायक परिहार ने सीएए का समर्थन किया।
भाजपा विधायक ने किया समर्थन किया
बसपा विधायक रमाबाई के निलंबन के बाद प्रदेश की सियासत तेज़ हो गई है। भाजपा विधायक रमाबाई के समर्थन में आ गए हैं। भोपाल हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने रामबाई का समर्थन किया है। उन्होंने जारी बयान में मायावती के इस कदम की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बसपा की पथरिया विधायक रामबाई परिहार के विरुद्ध मायावती द्वारा निलंबन की कार्यवाही निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं बाबा साहेब की मंशा उनके आदेश का परिपालन किया है। पाकिस्तान-बांगलादेश- अफगानिस्तान में अनुसूचित जाति एवं जन जाति वर्ग के साथ हो रहे अत्याचार की चिंता तत्कालीन पाकिस्तान के विधि मंत्री एवं समय समय पर अनेक रिपोर्टो के माध्यम से सामने आती रही है । जैसे जैसे नेताओं नागरिको को CAA का सार्थक उद्देश्य समझ आ रहा है वैसे वैसे नागरिक इस कानून के समर्थन में जुड़ते जा रहे है । कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस कानून का साम्प्रदायिक रंग देने का जो प्रयास किया वह अब विफल हो गया है ।