देहरादून: उत्तराखंड के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को निदेशालय पंचायतीराज में वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। शुक्रवार को सहस्त्रधारा रोड स्थित पंचायतीराज निदेशालय में विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर सतपाल महाराज ने उन्हें योजनाबद्ध तरीके से प्रदेश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए रोड़ मैप तैयार करने को कहा है।
इस दौरान उन्होने सभी जनपदों के जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से त्रिस्तरीय पंचायतों में मूलभूत सुविधाएं के विकास पर चर्चा की। पंचायत राज मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों से कहा कि पंचायतों में अच्छे आदर्श स्कुल अस्पताल एवं मूलभूत ढांचा विकसित किया जाना बेहद जरूरी है। उन्होने अधिकारियों को प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों को नेटवर्किंग सुविधा से जोड़ने, पंचायतों में कौशल एवं क्षमता विकास प्रशिक्षण के माध्यम से आजीविका संवर्धन को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए गए।
इस अवसर पर विभागीय अधिकारियों द्वारा उन्हें विभागीय ढांचे से भी अवगत कराया गया। पंचायत मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि पंचायतों में रिक्त पदों यथा अवर अभियन्ता, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत के रिक्त पदों को भरने तथा पंचायतों में डाटा एण्ट्री आपरेटरों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए। पंचायत मंत्री ने 15 वें वित्त आयोग की धनराशि के उपयोग में पंचायतों में स्कूलों एवं आंगनबाडी केन्द्रों की मरम्मत को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।
साथ ही पंचायतों में किसानों को कृषि सम्बन्धी जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए बल्क मैसेंजिंग जैसी तकनीकी का प्रयोग करने के निर्देश दिए गए। इसके उन्होने पंचायत प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों के क्षमता विकास हेतु अन्य प्रदेशों यथा हिमाचल, सिक्किम, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आदि राज्यों में हुए उत्कृष्ठ कार्यों के अध्ययन भ्रमण आयोजित करने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में पंचायतीराज विभाग के सचिव नितेश कुमार झा, अपर सचिव नितेश भदौरिया, निदेशक बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी, उप निदेशक मनोज कुमार तिवारी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।