नई दिल्ली। हमारे यहां कैक्टस के पौधे को घर में रखना अशुभ माना जाता है मगर क्या आप जानते हैं कि ये कई बीमारियों में यह बहुत ही फायदेमंद है। कैक्टस में कई चमत्कारी औषधीय गुण पाए जाते हैं। इससे जोड़ों के दर्द और बवासीर से निजात मिल सकती है। यह ख़ास प्रकार का कैक्टस हिमाचल प्रदेश की बंजर जमीन में पैदा होता है। यहां के स्थानीय नागरिक इसे छूहीं कहते हैं। वनस्पति शास्त्र विभाग के स्पेशलिस्ट ने कैक्टस के गुण के बारे में जानकारी दी ।
सबसे कमाल की बात है कि इस कैक्टस से स्वादिष्ट सब्जी भी बनायीं जा सकती है। हिमाचल प्रदेश की स्थानीय महिलाएं छूहीं के दूध से काजल भी बनाती हैं। उनका मानना है कि छोटे बच्चों को यह काजल लगाने से उनकी आंखों की रौशनी बढ़ती है। हालांकि इस कैक्टस से काजल बनाते वक्त इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि इससे निकलने वाला दूध जैसा सफेद पदार्थ आंखों में भूल से भी न जाए नहीं तो यह आंखों को काफी नुकसान भी कर सकता है।
इस सिलसिले में मंडी कॉलेज में वनस्पति शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ. तारा सेन ठाकुर ने जानकारी दी कि छूहीं कैक्टस से बनने वाले कई तरह की खाने की चीजें भी रिसर्च के दौरान तैयार की गयी हैं। यह प्रोजेक्ट 2 साल तक चला और इसमें 6.40 लाख रुपये की लागत आई। अब इसे सरकार से जुड़े विभाग को सौंप दिया जाएगा। शोध के दौरान पता चला कि ‘छूहीं’ प्लांट किंगडम यूफोरबियेसी का सदस्य है।