किसी भी महिला के जीवन में गर्भावस्था एक महत्वपूर्ण चरण है। इस दौरान शरीर में कई फिजिकल और इमोशनल चेंज होते हैं, जिसे एक गर्भवती महिला को सामना करना पड़ता है। इस दौरान अपने खान-पान पर भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। इस समय अनहेल्दी फूड मां के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
9 महीने के इस सफर के दौरान संतुलित आहार में फलों को भी शामिल करना चाहिए। इससे मां और आने वाला बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। इन दिनों मार्केट में तरबूज खूब मिल रहे हैं जिसे गर्भवती महिला अपनी डायट में शामिल कर सकती है। तरबूज में ढेर सारे विटमिंस और न्यूट्रिएंट्स के अलावा अच्छी-खासी मात्रा में पानी भी पाया जाता है। तरबूज कब्ज से राहत देने और शरीर को हाइड्रेट करने का काम करता है। फाइबर से भरा तरबूज एक गर्भवती महिला के लिए हेल्दी स्नैक है। तो आइए यहां जानते हैं एक गर्भवती महिला के लिए तरबूज के स्वास्थ्य लाभ…
मॉर्निंग सिकनेस को करे कंट्रोल
गर्भवती महिलाओं में यह एक आम परेशानी होती है जो कि काफी असहनीय हो सकती है। सुबह उठने के कुछ समय बाद तरबूज का एक गिलास रस लेना फायदेमंद होता है। इसे सुबह पीने से शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है।
हार्ट बन और एसिडिटी से राहत दिलाए
तरबूज को नियमित मात्रा में खाने से भोजन की नली के साथ-साथ पेट को भी ठंडक पहुंचती है। तरबूज तासीर में ठंडा होता है इसलिए यह एसिडिटी के कारण गले में होने वाली जलन से तुरंत राहत देता है।
शरीर को रखे तरोताजा
इस फल में 90% से अधिक पानी की मात्रा होती है इसलिए यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है। विशेष रूप से गर्मी के महीनों में नाश्ते के रूप में तरबूज खाना एक गर्भवती महिला के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
सूजन को कम करता है
गर्भ में बढ़ते बच्चे के दबाव के कारण, गर्भावस्था के दौरान पैरों में रक्त का प्रवाह काफी हद तक रूक जाता है। इस कारण पैरों के साथ-साथ हाथों में भी सूजन आ जाती है। तरबूज प्रभावी रूप से मांसपेशियों और नसों में रुकावटों को कम करता है, जिससे सूजन को काफी हद तक रोका जा सकता है।
इम्युनिटी बढ़ाए
तरबूज, विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है जो कि इम्युनिटी को काफी तेज करता है। गर्भावस्था के दौरान बीमार पड़ना किसी भी गर्भवती मां के लिए एक निराशाजनक बात हो सकती है। इसलिए अपनी डायट में नियमित तरबूज को शामिल करें।
मांसपेशियों में ऐंठन को कम करता है
हार्मोनल चेंज के साथ ही गर्भावस्था में वजन बढ़ने से हड्डियों में दर्द के साथ-साथ मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है। मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिजों में समृद्ध, तरबूज गर्भावस्था के दौरान इसे रोकने में मदद करता है।