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मस्जिद के मौलवी और प्रबंधकों पर मुकदमा दर्ज


अलीगढ़। जहां पूरी दुनिया कोरोना के कहर से परेशान है वहीं भारत में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमतियों को मस्जिद में ​छुपा दिया है जिससे कोरोना संक्रमण अत्याधिक मात्रा में बढ गया है जिससे के विरोध में कडी कार्यवाही करते हुए महानगर के थाना कोतवाली इलाके के तुर्कमान गेट स्थित फैज मस्जिद में पुलिस को जांच में छिपे मिले जमातियों के मामले में पुलिस की तरफ से मस्जिद के मौलवी, प्रबंधक और दस जमातियों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, उक्त सभी को मस्जिद में ही क्वारंटाइन कर रखा गया है।

तुर्कमानगेट चौकी प्रभारी अखिलेश प्रधान की तरफ से दर्ज कराई एफआईआर में आरोप है कि इलाके की फैज मस्जिद, गोविंद नगर में तीन अप्रैल को जांच की थी। जांच में इमाम साकिब निवासी झबियान, देवबंद जनपद सहारनपुर, प्रबंधक यासीन निवासी गोविंद नगर मौके पर मिले थे।

मस्जिद के अंदर देखने पर वहां मोहम्मद आमिर निवासी शीतल खां, रसूलपुर जनपद फीरोजाबाद, उम्मेद, सलीमुद्दीन निवासीगण मुल्ला नगला, मटसेना, फीरोजाबाद, मोहम्मद इरशाद निवासी टूंडला फीरोजाबाद, आसिफ, इमरान निवासीगण गालिबनगर, रसूलपुर, फीरोजाबाद, नासिर निवासी मोहम्मदाबाद, टूंडला, मुश्ताक अहमद निवासी राही नगर, रसूलपुर, फीरोजाबाद, जावेद निवासी चिश्ती नगर, रामगढ़, फीरोजाबाद, हमीद निवासी अब्बास नगर, इमरान निवासी गालिब नगर, रसूलपुर, फीरोजाबाद समेत दस जमाती एक ही कमरे में बंद मिले थे।

पूछताछ में पता चला कि उक्त सभी जमाती हैं और 12 मार्च से 20 मार्च तक थाना देहलीगेट की नौमान मस्जिद जंगलगढ़ी में रुके थे। बाद में कोरोना संक्रमण फैलने व लॉकडाउन में चेकिंग होने के चलते अलग-अलग मस्जिदों में छिपते घूम रहे थे। उसके बाद 25 मार्च को फैज मस्जिद में आ गए थे।

इन सभी जमातियों के अलावा प्रबंधक व मौलवी का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद मस्जिद में ही 14 दिन तक क्वारंटाइन कराया गया था। सीओ प्रथम विशाल पांडेय ने बताया कि उक्त सभी के खिलाफ महामारी अधिनियम (3),188, 269 व 271 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

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