पंजाबराज्य

पंजाब पुलिस के 10 मुलाजिमों पर केस दर्ज, हैरान कर देगा पूरा मामला

लुधियाना: अक्सर ही विवादों में रहने वाली पंजाब पुलिस एक और कारनामा सामने आया है जहां पर झूठी वाहवाही लूटने के चक्कर में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे युवक का भविष्य खराब करते हुए लुधियाना पुलिस ने उसे नशा तस्कर बना डाला। पुलिस की धक्केशाही के खिलाफ पिता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और याचिका दायर की जिसके बाद माननीय अदालत की तरफ से एक व्यक्ति सहित 11 पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ राजस्थान में धारा-363, 365, 384, 385,167, 193,195, 201,204,445,471,343,120-बी के तहत केस दर्ज किया है। थाना झंवर के एस.एच.ओ. मालाराम के अनुसार मामले की जांच की जा रही है, उसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी। वहीं लुधियाना पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चाहल का कहना है कि जांच के बाद बनता एक्शन लिया जाएगा।

यह है सारा मामला
सी.आई.ए-2 की पुलिस की तरफ से 8 मार्च को जोधपुर के रहने वाले मनवीर नामक युवक को जी.टी. रोड डाबा रोड के निकट चैकिंग के दौरान पैदल जाते हुए 2 किलो अफीम के साथ काबू करने का दावा किया था और केस दर्ज कर ज्यूडीशियल रिमांड पर भेज दिया गया।

तब पुलिस की तरफ से पत्रकार सम्मेलन भी किया गया था। दूसरी तरफ नामजद मनवीर के पिता प्रेमा राम ने आरोप लगाया कि उसका बेटा मनवीर जयपुर में प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा की तैयारी कर रहा है और 3 साल से पढाई कर रहा है। उसका बेटा और उसका भतीजा इकट्ठे ही मौजूद थे। उसका बेटा करीब आधे घंटे के लिए उसके भतीजे से अलग हुआ। उसके बाद उसके बेटे का कुछ भी पता नहीं चला। काफी तलाश के बाद उसने पुलिस को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। राजस्थान पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

एक दिन बाद फोन पर मांगे थे 15 लाख, फिर जमानत करवाने का दिया आश्वासन
पिता के अनुसार गायब होने के अगले दिन उसकी भतीजी को लुधियाना से एक पुलिस मुलाजिम की फोन कॉल आई कि अगर वे मनवीर को वापस बुलाना चाहते हैं तो उसके ऐवज में 15 लाख रुपए देने होंगे । बाद में फिर उसे फोन आया कि मनवीर से 2 किलो अफीम बरामद हुई है और उसके खिलाफ नशा तस्करी का मामला दर्ज किया गया है। जब उसने पुलिस को झूठा मामला दर्ज करने की बात कह कर सभी सबूत पेश किए तो जांच अधिकारी ने अपने खर्च पर बेटे की जमानत करवाने का आश्वासन दिया ।

राजस्थान से पंजाब आने वाले रास्ते में टोल प्लाजाओं से एकत्रित की फुटेज
मनवीर के पिता ने बताया कि बेटे के खिलाफ झूठा मामला दर्ज होने की बात कहकर वह राजस्थान व पंजाब पुलिस के उच्चाधिकारियों के पास कई बार चक्कर लगाता रहा लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं तो आखिर मानयोग कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। उसने कोर्ट में राजस्थान से पंजाब तक आने वाले सभी टोल प्लाजाओं की सी.सी.टी.वी. फुटेज दी जिसमें उसका बेटा पुलिस के साथ गाड़ी में दिखाई दे रहा है। जिस व्यक्ति के कहने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया, वे उस व्यक्ति को जानते भी नहीं हैं लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई से उसके बेटा 10 मार्च से लुधियाना जेल में बंद है।

इनके खिलाफ हुई एफ.आई.आर.
राजस्थान पुलिस के थाना झंवर में प्रेमाराम के बयान पर इंदरजीत, सुबेग सिंह ए.एस.आई., मनजिंदर सिंह, गुरपिंदर सिंह, सुखदीप सिंह, बसंत लाल, धनवंत सिंह, हरप्रीत कौर, सतनाम सिंह सब-इंस्पैक्टर, राजकुमार एस.एस.आई., राजकुमार व अन्य पुलिस मुलाजिमों को नामजद किया है।

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