कोलकाता : राज्य में करोड़ों रुपयों के पशु तस्करी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के करीबी सहयोगियों में से एक की बोलपुर में एक निजी बैंक में स्थित खाते की जांच कर रही है। सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान सीबीआई के अधिकारियों को इस खाते में 10 करोड़ रुपये जमा होने की जानकारी मिली। सीबीआई के अधिकारी अब मंडल के इसी करीबी की जानकारी गुप्त रखे हुए हैं।
सीबीआई के अधिकारियों ने उक्त शाखा के प्रबंधक से पूछताछ की कि उन्होंने इतनी बड़ी राशि की जानकारी बैंक के मुख्यालय के साथ-साथ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को दी थी या नहीं।
पूछताछ के दौरान संबंधित शाखा प्रबंधक ने स्वीकार किया कि वह कुछ बाहरी दबावों के कारण कई मामलों में ऐसे मापदंडों का पालन करना छोड़ देता है। सीबीआई ने इस संबंध में शाखा अधिकारियों से हुई चूक की एक रिपोर्ट दोनों बैंकों के केंद्रीय प्रधान कार्यालयों और आरबीआई को भेजी है। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने रिपोर्ट में इस संबंध में दोषी बैंक अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई ने कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मंडल की बातचीत से संबंधित कुछ कॉल डिटेल्स हासिल की है। जांचकर्ता फिलहाल कॉल डिटेल्स का विश्लेषण कर रहे हैं।
पशु तस्करी घोटाले में लॉटरी-एंगल की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारियों ने गुरुवार को एक लॉटरी-पुरस्कार विजेता से पूछताछ की, जिसने कहा कि उसे अपने बड़ी-राशि के टिकट को औने-पौने दाम पर बेचने के लिए मजबूर किया गया था।
बीरभूम के बोलपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बोरो-शिमुलिया गांव के रहने वाले नूर अली ने सीबीआई के अधिकारियों को सूचित किया कि इस साल जनवरी में उसने अपने द्वारा खरीदे गए लॉटरी टिकट के बदले 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार जीता था।
नूर अली ने बताया कि उनके पुरस्कार जीतने की खबर वायरल होने के तुरंत बाद, कुछ अज्ञात व्यक्ति उनके आवास पर आए और पुरस्कार विजेता लॉटरी टिकट को सात लाख रुपये की राशि देकर ले गए।