बीरभूम हिंसा मामला: गिरफ्तार व्यक्तियों की पॉलीग्राफ जांच की इजाजत के लिए CBI ने किया अदालत का रुख
पश्चिम बंगाल: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पिछले महीने राज्य के बीरभूम हत्याकांड (Birbhum violence case) की जांच के दौरान गिरफ्तार किये गये तृणमूल कांग्रेस नेता अनारुल हुसैन समेत आठ व्यक्तियों के पॉलीग्राफ परीक्षण की अनुमति के लिए बुधवार को एक स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाया। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि जांच को आगे बढ़ाने के लिए पॉलीग्राफ परीक्षण ‘जरूरी’ है।
सीबीआई अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमें दोबारा जांच करने की जरूरत है कि हुसैन और अन्य पूछताछ के दौरान क्या कह रहे हैं।” टीएमसी पंचायत अधिकारी भादु शेख की हत्या के बाद बदमाशों ने 21 मार्च को बीरभूम के बोगतुई गांव में घरों पर हमला करके आग लगा दी थी, जिसमें बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई को शेख की हत्या के बाद हुए नरसंहार की जांच करने का निर्देश दिया है। इससे पहले, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित एक एसआईटी मामले की जांच कर रही थी। हालांकि टीएमसी पंचायत अधिकारी की हत्या की जांच जिला पुलिस कर रही है। दिन के दौरान, सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने बोगतुई के दो निवासियों -सोना शेख और फातिक शेख- के घरों का दौरा किया था और आवश्यक नमूने एकत्र किए थे। इनके घरों में आग लगा दी गई थी। सीबीआई अधिकारी ने कहा, ‘’आज उनके आवासों से आवश्यक नमूने एकत्र किए गए हैं। हम उन्हें फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजने की योजना बना रहे हैं।”
अधिकारी के अनुसार, सोना शेख एक साल से अधिक समय से फरार था। वह एक स्थानीय विवाद में शामिल होने के कारण पुलिस द्वारा वांछित था।