नई दिल्ली: हरियाणा इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी की झज्जर जिले के बहादुरगढ़ शहर में रविवार शाम अज्ञात बंदूकधारियों ने उनके वाहन पर गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। इस हमले में उनके साथ मौजूद एक पार्टी कार्यकर्ता की भी मौत हो गई, जिससे राज्य के लोग सदमे में हैं।
इस सनसनीखेज वारदात का CCTV फुटेज सामने आया है जिसमें हमलावर काफी देर तक कार में सवार होकर नफे सिंह के गुजरने का इंतजार करते दिखे। वीडियो में नजर आ रही कार में ही सवार होकर शूटर्स आए थे। वारदात की जगह के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में पुलिस को संदिग्ध कार नजर आई है। पुलिस गाड़ी के नंबर को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि यह हमला इनेलो द्वारा हरियाणा सरकार से राठी के लिए सुरक्षा की मांग करने के कुछ दिनों बाद हुआ है, जिसमें दावा किया गया था कि उन्हें पिछले कई दिनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। हुंडई i10 कार में यात्रा कर रहे हमलावरों ने राठी के सफेद एसयूवी वाहन पर गोलीबारी की, जिससे वह और उनके तीन निजी सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। राठी को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।
झज्जर के एसपी अर्पित जैन के अनुसार, मामले की जांच केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) और एसटीएफ की टीमों द्वारा की जा रही है और अपराधियों को तेजी से पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। घटनास्थल के दृश्यों में गोलियों से छलनी एक सफेद फॉर्च्यूनर एसयूवी दिखाई दे रही थी जिसमें हमले के समय राठी यात्रा कर रहा था। लोकसभा चुनाव से कुछ हफ़्ते पहले हुए इस हमले पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने भाजपा शासित राज्य में कानून-व्यवस्था ख़राब होने का आरोप लगाया।
कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का एंगल आया सामने
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच में हत्या के पीछे कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की आशंका जताई गई है। संदेह है कि इनेलो नेता पर हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में कोई गिरोह शामिल हो सकता है। पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या हमलावरों का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और काला जत्थेदी के साथ कोई संबंध था, जिन पर राठी की हत्या की साजिश में शामिल होने का संदेह है। सूत्रों ने बताया कि राठी को पिछले कई दिनों से धमकियां मिल रही थीं और उनकी पार्टी ने हरियाणा सरकार से उनके लिए अतिरिक्त सुरक्षा की भी मांग की थी।
कौन थे नफे सिंह राठी ?
राठी हरियाणा के बहादुरगढ़ से दो बार विधायक रहे थे। उन्होंने हरियाणा के पूर्व विधायक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया और एक बार रोहतक निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए। राठी भारतीय कुश्ती महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह दो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रह चुके हैं।