चंद्रयान ने बढ़ाया भारत का जलवा, PM मोदी के बगल में बैठना चाहते थे अफ्रीकी राष्ट्रपति: जयशंकर
नई दिल्ली: चंद्रयान-3 जब 24 अगस्त को चांद पर सफलतापूर्वक लैंड हुआ तो दुनिया भर के देशों ने भारत (India) के वैज्ञानिकों की सफलता का लोहा माना. इन खास पलों के दौरा पीएम नरेंद्र मोदी ब्रिक्स समिट का हिस्सा बनने के लिए साउथ अफ्रीका में थे. चंद्रयान-3 की सफलता से साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा इस कदर उत्साहित थे कि वो पीएम मोदी के साथ वाली सीट पर बैठना चाहते थे. यह जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक प्रोग्राम के दौरान दी.
एस जयशंकर ने बताया कि सिरिल रामफोसा ऐसा इसलिए करना चाहते थे ताकि चंद्रयान की सकारात्मक अनुभूति उन्हें भी हो. उन्होंने कहा, “जब तक हम रिट्रीट पहुंचे, चंद्रयान के बारे में कुछ चर्चा हुई. अगले दिन हमने सुबह का सेशन किया और फिर पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इसरो के लाइव प्रोग्राम में शामिल होने के लिए चले गए. दूसरे दिन ब्रिक्स देशों के भीतर भी बातचीत चंद्रयान पर केंद्रित थी”
जयशंकर ने कहा, ‘जब विक्रम लैंडर उतर रहा था तब मैं ब्रिक्स कार्यक्रम में भाग ले रहा था. कोने में एक बड़ी स्क्रीन थी. विचलित हुए बिना बात करना मुश्किल था.’ राष्ट्रपति रामफोसा ने स्क्रीन की ओर इशारा करते हुए मुझे कहा, विदेशी मंत्री जी, आपको तो ऐसा लग रहा है जैसे चंद्रयान ऊपर है.”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे बताया, ‘उस शाम ब्रिक्स प्लस कार्यक्रम में लगभग 50 अन्य देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति थे. तब भाषण किसी राष्ट्रपति का था. मुझे लगता है तब चंद्रयान का विषय वहां लोगों की कल्पना में उतर चुका था. रामफोसा ने चंद्रयान पर जो स्पीच दी वो वहां मौजूद सभी की सामूहिक भावना थी. वास्तव में, उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी के बगल में बैठने जा रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि इसका कुछ असर मुझ पर पड़ेगा.’