तकनीकी संस्थानों में बदलाव जरूरी, नए कार्यक्रम बनाने होंगे :CM योगी
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि तकनीकी संस्थानों को घिसे-पिटे कार्यक्रमों को छोड़कर न्यू ऐज कोर्सेज को लागू करना होगा। आज का समय तकनीक का है, इसका उपयोग राष्ट्र निर्माण और लोककल्याण में किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में 2017 तक केवल दो साइबर थाने थे। आज प्रदेश के हर जनपद में एक-एक साइबर थाना है और हर जिले में साइबर हेल्प डेस्क है।
मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित नए प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर योगी ने कहा कि विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों की जिम्मेदारी बनती है कि तकनीकी सहयोग के लिए साइबर थानों के साथ एमओयू करें। गोरखपुर जोन की पुलिस ने मदन मालवीय विश्वविद्यालय के साथ एमओयू किया है।
योगी ने कहा कि देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर उत्तर प्रदेश में है। प्रदेश के तकनीकी संस्थानों को खुद को उससे जोड़ना चाहिए। आज यूपी देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर है। डिजिटल पेमेंट ने भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था लाकर प्रत्येक नागरिक के जीवन में एक नई क्रांति लाई है। देश में सबसे बड़ी युवा आबादी उत्तर प्रदेश के पास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन डिजिटल इंडिया का लाभ सबसे ज्यादा यहां के युवाओं को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि पीएम स्टार्टअप, पीएम मुद्रा, ‘एक जिला, एक उत्पाद’ और मुख्यमंत्री स्वरोजगार जैसी योजनाओं ने प्रदेश के युवाओं में बड़ा परिवर्तन लाया है। ग्रेटर नोएडा में 21-25 सितंबर तक इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया गया। इसमें 500 बायर्स आए थे। उसमें उत्तर प्रदेश के दो हजार से अधिक एग्जीबिटर्स भी उपस्थित हुए थे। ट्रेड शो में लगभग चार लाख लोग घूमने और खरीदारी करने पहुंचे थे, जो ट्रेड शो की सफलता को दर्शाता है।