गुजरात टाइटंस को हराकर चेन्नई सुपरकिंग्स 10वीं बार आईपीएल फाइनल में
चेन्नई. रुतुराज गायकवाड़ की अर्धशतकीय पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से चेन्नई सुपरकिंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग टी20 के पहले क्वालीफायर मुकाबले में मंगलवार को यहां गत चैम्पियन गुजरात टाइटंस को 15 रन से हराकर पांचवीं बार खिताब की तरफ कदम बढ़ाया। गायकवाड़ की 44 गेंद 60 रन की पारी के दम पर चेन्नई ने सात विकेट पर 172 रन बनाने के बाद गुजरात टाइटंस की पारी को आखिरी गेंद पर 157 रन पर समेट कर 10वीं बार फाइनल का टिकट कटाया।
गुजरात की टीम इस टूर्नामेंट में पहली बार ऑल आउट हुई है। गुजरात की टीम अब दूसरे क्वालीफायर में लखनऊ सुपरजायंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच बुधवार को खेले जाने वाले एलीमिनेटर मुकाबले के विजेता से भिड़ेगी। गुजरात टाइटंस के लिए शुभमन गिल ने सबसे ज्यादा 42 रन का योगदान दिया। राशिद खान ने आखिरी ओवरों में 16 गेंद में तीन चौके और दो छक्के की मदद से 30 रन की पारी खेलकर मैच का रोमांच बढ़ाया लेकिन यह टीम के लिए नाकाफी साबित हुआ।
चेन्नई के लिए रविंद्र जडेजा, महीश तीक्षणा, दीपक चाहर और मथीश पथिराना ने दो-दो जबकि तुषार देशपांडे ने एक विकेट लिया। रुतुराज ने सात चौके और एक छक्का लगाने के साथ डेवोन कोन्वे के साथ पहले विकेट के लिए 64 गेंद में 87 रन की साझेदारी की। कोन्वे हालांकि 34 गेंद में 40 रन की पारी के दौरान सहज नहीं दिखे। टीम को अजिंक्य रहाणे (10 गेंद में 17), अंबाती रायुडु (नौ गेंद में 17) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे।
रविंद्र जडेजा ने आखिरी ओवरों में 16 गेंद में 22 रन की पारी खेली। गुजरात टाइटंस के लिए मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा ने दो-दो जबकि दर्शन नालकंडे, राशिद खान और नूर अहमद ने एक-एक विकेट लिये। लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार लय में चल रहे शुभमन गिल ने तीसरे ओवर में चाहर के खिलाफ छक्का लगाकर हाथ खोला। इसी ओवर में रिद्धिमान साहा चौका लगाने के बार इस गेंदबाज का पहला शिकार बने।
छठे ओवर में गेंदबाजी के लिए आये महीश तीक्षणा ने हार्दिक पंड्या (आठ रन) को अपनी फिरकी में फंसाकर आउट किया। गिल ने इसके बाद सातवें और नौवें ओवर में जडेजा के खिलाफ एक-एक चौका तो वही दासून शनाका (17 रन) ने 10वें ओवर में तीक्षणा के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाकर रन गति को बढ़ाया।
जडेजा ने 11वें ओवर में शनाका और 13वें ओवर में डेविड मिलर (चार रन) का शिकार किया। चाहर के अगले ओवर में बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में गिल कोन्वे को कैच दे बैठे। बड़े शॉट लगाने वाले राहुल तेवतिया का टूर्नामेंट में खराब दौर जारी रहा और वह तीन रन बनाकर 15वें ओवर तीक्षणा की गेंद पर बोल्ड हुए। इसी ओवर में राशिद ने दो रन लेकर टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया।
राशिद ने 16वें ओवर में पथिराना और 17वें ओवर में देशपांडे के खिलाफ छक्का और चौका जड़ा तो वहीं शंकर ने देशपांडे के खिलाफ छक्का लगाकर रन और गेंद का अंतर कम किया। विजय शंकर (14 रन) 18वें ओवर में पथिराना के खिलाफ एक और बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में रुतुरात को कैच दे बैठे। अगली गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी एसपी सेनापति ने दर्शन नालकंडे को खाता खोले बगैर रन आउट कर दिया। अगले ओवर में देशपांडे की गेंद पर राशिद के आउट होते ही गुजरात की उम्मीदें खत्म हो गयी।
पथिराना ने मैच की आखिरी गेंद पर शमी (पांच रन) को चलता किया। सत्र का पहला मैच खेल रहे नालकंडे ने दूसरे ओवर में ही रुतुराज को गिल के हाथों कैच कराया लेकिन इसे नोबॉल करार दिया गया। रुतुराज ने इस जीवनदान का जश्न फ्री हिट पर छक्का और फिर चौका लगाकर मनाया। कोन्वे ने पारी के चौथे ओवर में इसी गेंदबाज के खिलाफ अपना पहला चौका लगाया।
रुतुराज छठे ओवर में नूर अहमद का स्वागत बाउंड्री से किया। इसी ओवर में कोन्वे के चौके से पावरप्ले में चेन्नई ने 49 रन बनाये। एक छोर से कोन्वे बड़ा शॉट लगाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो वहीं दूसरी ओर रुतुराज ने नौवें ओवर में मोहित के खिलाफ चौके के साथ 36 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। गुजरात के खिलाफ यह चार मैचों में उनका चौथा अर्धशतक है।
मोहित ने 12वें ओवर में अपनी धीमी गेंद पर रुतुराज को डेविड मिलर के हाथों कैच कराया। अगले ओवर में नूर ने शिवम दुबे (एक रन) को बोल्ड किया, जिसके बाद गुजरात के गेंदबाजों ने शिकंजा कस दिया। राशिद के खिलाफ 14वें ओवर की पहली गेंद पर कोन्वे के एक रन के साथ टीम का शतक पूरा हुआ। अगले ओवर में कोन्वे के बल्ले का किनारा लेकर गेंद चार रन के लिए गयी। यह 30 गेंद में टीम का पहला चौका था। इसी ओवर में रहाणे ने छक्का लगाया लेकिन अगली गेंद पर प्वाइंट पर गिल को कैच दे बैठे। शमी के खिलाफ बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में कोन्वे बाउंड्री पर राशिद को कैच दे बैठे।
रायुडु 18वें ओवर में राशिद के खिलाफ छक्का जड़ने के बाद आउट हो गये। क्रीज पर आये महेन्द्र सिंह धोनी से छक्के की उम्मीद लगाये प्रशंसकों को निराशा हुई। वह एक रन बनाकर मोहित का दूसरा शिकार बने। जडेजा ने आखिरी ओवर में चौका लगाया जबकि मोईन अली (नाबाद नौ) ने शमी के इस ओवर में छक्का लगाकर टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया। जडेजा आखिरी गेंद पर बोल्ड हो गये।