रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में 1 नवम्बर 2022 से शुरू हुई धान खरीदी का महाभियान निरंतर जारी है। प्रदेश में धान खरीदी का आंकड़ा अब तक के रिकार्ड बनाते हुए 107 लाख मीट्रिक टन से पार हो गया है। आज 31 जनवरी को धान खरीदी का आखरी दिन है। अब तक राज्य के 23.39 लाख किसानों ने धान बेचा है। धान खरीदी के भुगतान के लिए मार्क फेड द्वारा अपैक्स बैंक को 22 हजार करोड़ रूपए जारी कर दिया गया है।
इस मामले में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का बयान सामने आया है। मंत्री चौबे ने कहा है कि, पिछले 4 सालों से धान खरीदी में नया रिकॉर्ड बन रहा है। प्रदेश में किसानों की संख्या दोगुनी हो गई है। अब तक किसानों के खाते में 22 हजार करोड़ रुपए डाले गए हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है। अब तक कुल धान खरीदी 107 लाख मीट्रिक टन में से लगभग 96 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 89 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का उठाव किया जा चुका है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 30 जनवरी को 6,905 किसानों से 23 हजार टन से अधिक धान की खरीदी की गई है। ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 2 हजार टन धान की खरीदी हुई है।
इस साल राज्य में 24.98 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.32 लाख नये किसान शामिल हैं। किसानों को धान विक्रय में सहूलियत हो इस लिहाज से इस वर्ष राज्य में 135 नए उपार्जन केन्द्र शुरू किए गए, जिससे राज्य में धान खरीदी के लिए 2617 उपार्जन केन्द्र हो गया हैं। सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।
इसी तरह राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है। राज्य सरकार इस वर्ष प्रदेश के पंजीकृत किसानों से लगभग 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की चहल-पहल और धान की आवक से अनुमानित आंकड़े पार हो जाएंगे।