टीकमगढ़ जिले की पानी और पलायन समस्या के स्थाई समाधान के लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बिजली की बचत के लिए प्रदेशवासियों का जागरूक और सक्रिय होना आवश्यक है। राज्य सरकार बिजली की सब्सिडी के लिए 22 हजार 500 करोड़ रूपए दे रही है। यदि जनता जागरूक हो और बिजली बचाने में सहयोग करें तो लगभग 5 हजार करोड़ रूपये बचाए जा सकते हैं। इससे पर्यावरण सुधारने में भी मदद मिलेगी। प्रदेश में सघन रूप से ऊर्जा साक्षरता अभियान का संचालन आवश्यक है। हमें अपने घर, कार्यालय और कार्य-स्थल पर बिजली बचाने के लिए लोगों को संवेदनशील बनाना होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि टीकमगढ़ में पानी और पलायन मुख्य समस्या है। इसके लिए तात्कालिक और दीर्घकालिक योजनाएँ बनाकर समस्याओं का स्थाई समाधान करने के लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध है। अमृत सरोवर, जलाभिषेक अभियान की गतिविधियों के क्रियान्वयन से भू-जल स्तर बढ़ाकर पानी की समस्या का स्थाई समाधान किया जा सकता है। आजीविका मिशन में महिला स्व-सहायता समूह को सक्रिय करते हुए उन्हें स्व-रोजगार से जोड़ना, पलायन पर नियंत्रण में प्रभावी सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री चौहान गुरूवार को प्रातः 6.30 बजे टीकमगढ़ जिले की विकास गतिविधियों, जन-कल्याणकारी योजनाओं और कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। निवास कार्यालय से हुई बैठक में टीकमगढ़ जिले के प्रभारी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरि, जतारा विधायक हरिशंकर खटीक, पृथ्वीपुर विधायक डॉ. शिशुपाल यादव, खरगापुर विधायक राहुल सिंह लोधी,कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी सहित प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी बैठक में वर्चुअली सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने जिले में हुए नवाचार, पेयजल आपूर्ति की स्थिति, राशन वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना, आँगनवाड़ियों के संचालन, अमृत सरोवर योजना और कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री चौहान ने अपराधियों और माफियाओं से मुक्त कराई गई भूमि की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने “एक जिला-एक उत्पाद” में जारी गतिविधियों, महिला स्व-सहायता समूह को प्रोत्साहित करने के लिए संचालित कार्यों, लाड़ली लक्ष्मी के मार्गदर्शन एवं कॅरियर कॉउंसलिंग के लिए स्थापित व्यवस्था की जानकारी भी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री चौहान ने “एक जिला-एक उत्पाद” में “फूडीज़” के नाम से ब्रांडिंग किए जा रहे टीकमगढ़ के अदरक की मार्केटिंग राष्ट्रीय स्तर पर करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि इसके लिए देश के प्रमुख उद्यमियों और उद्योगपतियों से संपर्क किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि टीकमगढ़ के पीतल शिल्प की श्रेष्ठता और गुणवत्ता का प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने टीकमगढ़ में गौ-वंश के बेहतर प्रबंधन के लिए 41 गौ-शालाओं को 6 हजार क्विंटल चारा दान के लिए शुरू किए गए नवाचार की सराहना की। मुख्यमंत्री चौहान ने कुपोषित बच्चों की स्थिति में सुधार के लिए आँगनवाड़ियों के संचालन में जन-सहयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि जो विधायक साथी और अधिकारी-कर्मचारी आँगनवाड़ी गोद ले रहे हैं, वे आँगनवाड़ियों के संचालन में सक्रियता से भाग लें। गोद लेना केवल रस्मी न रहे।
टीकमगढ़ का गौरव दिवस एक अक्टूबर को मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने “मेरा गाँव-मेरा गौरव” के भाव से गौरव दिवस मनाने का आह्वान किया।
टीकमगढ़ जिले की समीक्षा के प्रमुख बिंदु
मुख्यमंत्री चौहान ने पेयजल आपूर्ति से संबंधित तकनीकी अमला तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
नल-जल योजना में लगने वाले पाइप और नलों की गुणवत्ता का परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़कों को भरने के बाद ही ठेकेदारों को भुगतान किया जाए।
प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरी आवास में मात्र 23 प्रतिशत कार्य होने पर मुख्यमंत्री चौहान ने नाराजगी व्यक्त की। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में 92 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर जिला अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएँ दीं। साथ ही निर्देश दिये कि शेष बचे 8 प्रतिशत कार्य को समय-सीमा में पूर्ण कर टीकमगढ़ जिला शत-प्रतिशत उपलब्धि दर्ज कराएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने जिले की सभी लाड़ली लक्ष्मियों से बेहतर संपर्क और संवाद बनाए रखने तथा उन्हें हर पग पर मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बताया गया कि जिले में कॉलेज जाने वाली 46 लाड़ली लक्ष्मी का लाड़ली लक्ष्मी क्लब बनाया गया है। इनके कौशल उन्नयन एवं कॅरियर कॉउंसलिंग के लिए व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन गाँवों में पानी की समस्या है, वहाँ जल संरचनाएँ बनाने और अमृत सरोवर से संबंधित गतिविधियों को जन-भागीदारी से क्रियान्वित किया जाए। जन अभियान परिषद का भी सहयोग लें। यह समस्या का दीर्घकालीन निराकरण है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों में सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य बदल देने की क्षमता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि विद्युत देयकों की गड़बड़ी में सुधार के लिए लगाए जा रहे शिविरों के साथ सभी शासकीय कार्यक्रमों में विधायक और जन-प्रतिनिधियों को जोड़ा जाये।
मुख्यमंत्री चौहान ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के समाधान की समीक्षा भी की।
जिले के आकांक्षी विकासखंड जतारा, बल्देवगढ़ और पलेरा में आकांक्षी सूचकांक में स्वास्थ्य और शिक्षा के बिंदुओं पर जानकारी प्रस्तुत की गई।
बताया गया कि नगरीय क्षेत्र में कुछ स्थानों पर एक दिन छोड़कर और कुछ स्थानों पर दो दिन छोड़ कर पानी दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल संबंधी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री आवासीय योजना की शुरुआत टीकमगढ़ जिले के मोहनगढ़ से की थी। योजना में 10 हजार से अधिक पात्र उम्मीदवार हैं। जिले के 498 ग्रामों में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है।
आजीविका मिशन में 4046 समूह गठित कर 40 हजार 128 परिवारों को जोड़ा गया है। जिले में 3 हजार 573 लखपति समूह है, महिला स्व-सहायता समूह को गणवेश बनाने, गेहूँ उपार्जन, सब्जी उत्पादन, बकरी पालन, औषधीय खेती जैसी गतिविधियों से जोड़ा गया है।
महिला स्व-सहायता समूह को इस वर्ष 30 करोड़ रूपये का बैंक लिंकेज उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।