उद्देश्यपरक गतिविधियों में अधिक से अधिक जोड़ा जाए स्वैच्छिक संगठनों को : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना काल में जिन स्वैच्छिक संगठनों ने अच्छा कार्य किया है, उन्हें सम्मानित किया जाए। ग्राम स्तर पर जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ राशन दुकानों के सोशल ऑडिट में भी जन-अभियान परिषद का सहयोग लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद के कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, परिषद के उपाध्यक्ष विकास उपाध्याय तथा डॉ. जितेंद्र जामदार, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव आर्थिक एवं सांख्यिकी मुकेश चंद्र गुप्ता, डी.जी. जन-अभियान परिषद बी. आर .नायडू तथा एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. धीरेंद्र पांडे उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जन-अभियान परिषद से संबद्ध स्वैच्छिक संगठन, जन-कल्याण संबंधी योजनाओं, पौध-रोपण, पानी बचाने के अभियान तथा महिला सशक्तिकरण के संदेश का ग्राम स्तर तक विस्तार करने में सहयोग दें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जन-अभियान परिषद ग्राम, विकासखंड और जिला स्तर पर सक्रिय सभी स्वयंसेवी संस्थाओं से संपर्क कर उन्हें उद्देश्यपरक गतिविधियों से जोड़ें। संस्थाओं की गतिविधियों में संसाधनों के दुरूपयोग, नियमों के उल्लंघन, प्रावधान के विरुद्ध कार्य संचालन और राष्ट्रहित से हटकर होने वाली गतिविधियों में संलिप्त होने पर भी नजर रखी जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि परिषद ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नगरीय क्षेत्रों में भी कार्य करे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए अंकुर अभियान को विस्तार देने में परिषद सहयोग करे। इसके लिए वातावरण निर्मित कर पौधे लगाने की आदत लोगों में विकसित की जाए।
बैठक में परिषद द्वारा संचालित गतिविधियों का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रदेश में सक्रिय की गई प्रस्फुटन समितियों, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम की प्रगति, अटल भू-जल योजना में पंचायतों के वाटर सिक्योरिटी प्लान बनाने, राज्य हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन में अलीराजपुर और झाबुआ में संचालित सर्वे कार्य, क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील गौरव यात्रा और प्रदेश के स्थापना दिवस पर प्रत्येक विकासखंड की एक-एक सेवा बस्ती में हो रहे समरसता संकल्प कार्यक्रम की जानकारी दी गई।