विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़ने परिणाममूलक पाठ्यक्रम तैयार हों : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़ने के लिए उच्च शिक्षा विभाग परिणाम मूलक पाठ्यक्रम तैयार कराए। रोजगार और स्व-रोजगार राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश रोडमेप इन्क्यूबेशन सेंटर्स का संचालन बेहतर ढंग से कर विद्यार्थियों को लाभान्वित करें। स्व-रोजगार के लिए प्लेसमेंट सेल को प्रभावी बनाया जाए। अधिकाधिक युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ें। प्रदेश में 150 महाविद्यालयों को गुणवत्ता अध्ययन केंद्र के रुप में उन्नयन किया गया है। प्रदेश में भवनविहीन महाविद्यालयों के कार्य समय पर पूर्ण हो और उनकी गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने के लिए नीति तैयार हो गई है। राज्य शोध एवं ज्ञान फाउण्डेशन की स्थापना के लिए तेजी से प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विभाग के रीवा, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर और भोपाल में इन्क्यूबेशन सेंटर्स स्थापित किए गए हैं। ऐसे पाठ्यक्रम का निर्माण किया जाए, जिससे विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रोजगार प्राप्त कर सकें। ये पाठ्यक्रम परिणाममूलक होने चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम तैयार करें, जिससे विद्यार्थियों को एक साथ प्लेसमेंट लेटर दे सकें। प्रदेश में 100 महाविद्यालयों में लगभग 200 स्मार्ट क्लास संचालित हो रही हैं और 10 संभागीय मुख्यालयों में डिजिटल स्टूडियो स्थापित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रोजगार और स्व-रोजगार के लिए प्रशिक्षण जारी रखें। शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय उज्जैन नैक से मान्यता प्राप्त प्रदेश का एक मात्र ग्रेड प्राप्त महाविद्यालय है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की विभिन्न गतिविधियों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने महाविद्यालयों में बहुसंकाय के पाठ्यक्रम चालू करने के निर्देश दिए। प्रत्येक संभागीय मुख्यालय पर एक उत्कृष्टता संस्थान स्थापित हो। स्वीकृत भवनों का निर्माण समय पर पूरा हो। स्वीकृत कार्यों के निर्माण में गुणवत्ता और महाविद्यालयों की बेहतर ग्रेड के लिए प्रयास जारी रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बेहतर कार्यों का प्रचार हो। बैकलॉग और अन्य रिक्त पदों की भर्ती की जाए।