आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए जरूरी है हर व्यक्ति की भूमिका : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर एक नवम्बर की शाम लाल परेड ग्राउंड भोपाल में हो रहा कार्यक्रम कोरोना काल के बाद प्रथम राज्य स्तरीय कार्यक्रम है जिसमें व्यापक संख्या में नागरिकों की भागीदारी हो रही है। इस नाते इस कार्यक्रम के भोपाल में गरिमामय रूप से सम्पन्न होने के साथ ही इसमें शामिल सुरूचिपूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भी नागरिक देख सकें, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रसारण व्यवस्था से बड़ी संख्या में प्रदेश के नागरिक इससे जुड़ सकेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने आज निवास पर सम्पन्न बैठक में प्रदेश के स्थापना दिवस पर लाल परेड मैदान में हो रहे मुख्य समारोह की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम शाम 6:30 बजे प्रारंभ होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश पर केन्द्रित नाटिका और गायन के कार्यक्रमों का आनंद लेने के लिए आने वाले आम नागरिकों के लिए सुविधाजनक बैठक व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। आमजन भी कोविड प्रोटोकाल के अनुसार परस्पर दूरी के साथ सावधानियाँ रखते हुए कार्यक्रम देखेंगे।
आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में योगदान के लिए अभियान आवश्यक
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह अवसर आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में हर व्यक्ति की भूमिका निर्धारित करने का भी शुभ अवसर है। अपने प्रदेश के लिए योगदान देने की भावना और विकसित हो, इसके लिए सरकार और समाज मिलकर क्या नए प्रयत्न करें, इस दिशा में पहल की जाए। इसके लिए एक अभियान आवश्यक है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गत वर्ष से कोरोना के प्रभावों से सभी लोग प्रभावित रहे। अब प्रदेश को आर्थिक, सामाजिक स्तर पर तेजी से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाना है। इसके लिए नागरिकों में दायित्व बोध बढ़ाते हुए अपने प्रदेश की प्रगति के लिए सक्रिय भागीदारी के प्रयास बहुत जरूरी हैं।
जिलों में भी सम्पन्न हों सांस्कृतिक गतिविधियाँ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्थापना दिवस पर प्रदेश के जिलों में भी श्रेष्ठ सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएँ। कार्यक्रम में समाज सेवियों, स्वतंत्रता सेनानियों, विद्यार्थियों और समाज के सभी वर्गों को आमंत्रित किया जाए। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव संस्कृति, पर्यटन और जनसम्पर्क शिवशेखर शुक्ला, जनसम्पर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाडे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।