चालीस जिलों के शीर्ष प्रशासन से असंतुष्ट हैं मुख्यमंत्री
लखनऊ: प्रदेश के 40 जिलों का शीर्ष प्रशासनिक अमला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निशाने पर आ गया है। कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार के कई प्रयासों के बावजूद भी 40 जिलों में प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही से सरकार संतुष्ट नहीं है।
अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इन जिलों को पत्र भेजकर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इन सभी 40 जिलों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस प्रमुखों को पत्र लिखकर कहा है कि इन जिलों में आपसी तालमेल कर जमातियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने पत्र में मेरठ व गाजियाबाद में पुलिस के बीच आपसी तालमेल की कमी कोई बताया है।अपर मुख्य सचिव की ओर से भेजी गई है सूची में 15 जिले अंकित किए गए हैं। जहां पुलिस व स्वास्थ्य कर्मियों का हमला हुआ है।
इन कारणों से नाराज हुयी सरकार
अपर मुख्य सचिव ने अपने पत्र में 33 जिलों में जमातियों की संख्या अधिक मिलने पर अपनी नाराजगी जताई है, वहीं मेरठ जोन के लगभग सभी जिलों में लॉकडाउन की स्थिति से असंतोष जताया है। इसमें करोना पीड़ितों की संख्या अधिक होना, जमातियों की संख्या अधिक होना, पुलिस पर हमला पुलिस और प्रशासन के बीच तालमेल की कमी का जिक्र किया गया है। इसके अलावा उन्होंने कानपुर नगर और कानपुर देहात में अवैध शराब के मामले सामने आने और स्वास्थ्य कर्मियों पर हुए हमले पर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
जानिये उन 40 जिलों के नाम
जिन जिलों से शासन ने असंतुष्ट किया है उन जिलों के नाम है लखनऊ, गौतम बुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बरेली, बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल, खीरी, रायबरेली, सीतापुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, जालौन, प्रयागराज, प्रतापगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़, कुशीनगर, बस्ती, गोंडा, बहराइच और बलरामपुर के नाम शामिल हैं।