ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश में चीनी कार्रवाई पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कुछ सुझाव दिया है. उनका कहना है कि अगर चीन अरुणाचल प्रदेश में 30 शहरों का नाम बदल रहा है तो हमें भी इसका उसी तरह जवाब देना चाहिए. सीएम सरमा ने सुझाया कि ‘जैसे को तैसा जवाब देना चाहिए और हमें 60 तिब्बती क्षेत्रों का नामकरण कर देना चाहिए.’
असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, “मेरा अनुरोध है कि हमें चीन के तिब्बत में 60 क्षेत्रों को नाम देना चाहिए. ये हमेशा जैसे का तैसा होना चाहिए.” उन्होंने कहा, “मैं इसपर ज्यादा कुछ बोलना नहीं चाहता क्योंकि यह भारत सरकार का नीतिगत फैसला है लेकिन अगर उन्होंने 30 नाम बदले हैं तो हमें 60 नाम बदलना चाहिए.”
चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में 30 और क्षेत्रों का नाम बदल दिया है. अरुणाचल प्रदेश को चीन तिब्बत का हिस्सा मानता है. इस बार उन्होंने 12 पहाड़, चार नदियां, एक झील, एक माउंटेन पास, 11 आवासीय क्षेत्र और खाली जमीनी क्षेत्र का नाम बदला है. चीन की तरफ से यह इस तरह की चौथी कार्रवाई है.
चीन ने सबसे 2017 में अरुणाचल प्रदेश में शहरों का नाम बदला था. तब अरुणाचल प्रदेश के छह लोकेशन का नाम बदल दिया गया था. इसके बाद चीन ने 2021 में 15 और 2023 में 11 क्षेत्रों का नाम बदल दिया था. मसलन, अब तक चीन ने कुल 62 क्षेत्रों का नाम बदल दिया है. भारत लगातार चीन की तरफ से इस एकतरफा कार्रवाई का विरोध कर रहा है. भारत ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया है.
अरुणाचल प्रदेश में चीन की हालिया कार्रवाई पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा, “अगर मैं आपके घर का नाम बदल दूं तो क्या वो मेरा हो जाएगा? अरुणाचल प्रदेश भारत का राज्य था, है और रहेगा.”