मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने साधा भाजपा पर निशाना, कहा- हमारा हिंदुत्व दिखावा नहीं, बल्कि राष्ट्रीयत्व है
औरंगाबाद. भाजपा ने हिंदुत्व के नाम पर सत्ता तो हासिल की, लेकिन हिंदु समुदाय के लिए क्या किया?. यह सवाल राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने आज यहां उपस्थित कर कश्मीर में कश्मीर पंडितों पर हो रहे अत्याचारों पर केन्द्र सरकार को घेरते हुए उनकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे है? यह सवाल उपस्थित कर कहा कि शिवसेना का हिंदुत्व दिखावा वाला नहीं है, बल्कि हमारा हिंदुत्व राष्ट्रीयत्व है. आज बेलगाम भाजपा प्रक्तवाओं के चलते हमारा देश की शान शर्म से झूंक रही है. हमारे प्रधानमंत्री के फोटो कचरे के कुंंडी पर लगाए जा रहे है. इसके लिए हमारा देश नहीं, बल्कि भाजपा जिम्मेदार है.
मराठवाड़ा में शिवसेना की शाखा स्थापना को 37 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शहर के मराठवाडा सांस्कृतिक मंडल के मैदान पर बुधवार देर शाम मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की सभा का आयोजन किया गया था. जनसभा को संबोधित करते हुुए उध्दव ठाकरे ने भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए उनके हिंदुत्व पर कई सवाल उपस्थित किए. मंच पर राज्य के उद्योगमंत्री सुभाष देसाई, सांसद संजय राउत, राज्य के फल उत्पादन मंत्री संदिपान भुमरे, राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार, वरिष्ठ नेता चन्द्रकांत खैरे, विधायक अंबादास दानवे, विधायक संजय सिरसाठ उपस्थित थे.
अपने विचार में उध्दव ठाकरे ने कश्मीरी पंडित तथा अमरणाथ यात्रा के दरमियान आतंकवादियों द्वारा कई बार बाधा डालने का प्रयास किया गया. जब शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे दहाडने पर, तब आतंकवादी घबरा जाते. आज आतंकवादी खुले आम कश्मीरी पंडितों को निशाना बना रहे है. उसके लिए भाजपा सरकार क्या कर रही है? यह सवाल भी ठाकरे ने उपस्थित कर केन्द्र की मोदी सरकार को कोसा.उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि खटमलों को नष्ट करने के लिए तोपो की जरुरत नहीं होती है. हम बिना तोपो के उन्हें खत्म करने में सक्षम है.
सीएम ठाकरे ने प्रेषित पैंगबर के खिलाफ भाजपा प्रवक्ता द्वारा दिए बयान पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि इन बेलगाम भाजपा प्रवक्ताओं के कारण ही आज अरब देशों ने प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग की है. आज हमारे देश के प्रधामनंत्री का फोटो कचरा कुंडी पर लगा है. इसका जिम्मेदार हमारा देश नहीं, बल्कि भाजपा के बेलगाम प्रवक्ता है. ऐसे सरफिरे प्रवक्ताओं के जबान को लगाम लगाने की जरुरत है. उन बेलगाम भाजपा प्रवक्तओं के चलते ही हमारा देश का सिर शर्म से झूका है.
औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करके रहुंगा
सीएम ठाकरे ने औरंगाबाद वासियों को आश्वासन देते हुए कहा कि बाल ठाकरे ने इस शहर का नाम संभाजीनगर करने की घोषणा की हुई है.औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर मैं करके रहूंगा. उसके लिए पहले शहर में सारी मूलभूत सुविधाएं देना जरुरी है. एक बेहतर शहर बनने के बाद इस शहर का नाम संभाजीनगर किया जाएगा. उसके लिए शहर में जरुरी सभी मूलभूत सुविधाओंं के लिए राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर निधि उपलब्ध किया जा रहा है.
उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बताया कि औरंगाबाद हवाई अडडे का नाम संंभाजीनगर करने का प्रस्ताव राज्य मंत्रिमंडल द्वारा केन्द्र सरकार के पास डेढ़ वर्ष पूर्व भेजा हुआ है. केन्द्र में जाकर फडणवीस ने आक्रोश करने की जरुरत है. हवाई अडडे का नाम संभाजी नगर करने को लेकर आज तक किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है. आज सत्ता में न होने से विरोधी दल भाजपा के नेता हमसे औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर कब होने का सवाल पूछ रहे है. पहले भाजपा अपने गिरबान में झांके, तब जाकर हमसे सवाल पूछे.
सत्ता जाने के दु:ख पर निकाला गया था आक्रोश मोर्चा
सीएम उध्दव ठाकरे ने एक पखवाड़ा पूर्व भाजपा द्वारा विरोधी पक्ष नेता देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व में शहर में पेयजल आपूर्ति समस्याओं को लेकर मनपा पर निकाले गए आक्रोश मोर्चा की खिल्ली उडाते हुए कहा कि यह मोर्चा पानी समस्या पर नहीं, बल्कि सत्ता जाने के दु:ख पर निकाला गया था. सीएम ठाकरे ने औरंगाबाद वासियों को आश्वासन दिया है कि शहर की पानी समस्या सरकार जल्द हल करके रहेंगी.
उन्होंने बताया कि नई पेयजल योजना का काम जल्द पूरा करने के लिए सरकार पैसों की कमी नहीं होने देंगी. हमने योजना के लिए पैसे उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर ली है.पुरानी पेयजल योजना को भी बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा निधि उपलब्ध कराया जाएगा. सीएम ठाकरे ने पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि आप 5 साल तक राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब आपने पानी प्रशन हल करने के लिए कदम क्यों नहीं उठाए. भाजपा की विशेषता है कि चुनाव आने पर जनता को खूब आश्वासन देना, बाद में उसे भूल जाना.
मस्जिद व ताजमहल के निचे शिवलिंग ढूंढकर निकालने को लेकर जारी राजनीति पर भी सीएम उध्दव ठाकरे ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते हमारा देश नाजूक परिस्थितियों से गुजर रहा है. बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए है. उन्हें रोजगार देकर, अधिक से अधिक उद्योग देश में लाना, महंगाई कम करना, बेहतर शिक्षा की व्यवस्था करना इन प्रशनों पर अधिक लक्ष्य केन्द्रीत करने के बजाए अन्य मुददों को उठाकर जनता को भटकाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि हम कई सालों तक भाजपा को अपना और एनसीपी-कांग्रेस को पराया समझते रहे.परंतु, आज पराये हमारे हुए, और अपने दूर हुए. आज हमें पराये बेहतर लग रहे हैं. उनके चलते आज महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार बेहतर निर्णय ले रही है. यहीं कारण है कि आज महाराष्ट्र की जनता में सरकार की लोकप्रियता बढ़ी है.