कोच्चि. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मंगलवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह देश के लोगों के बीच नफरत फैला रही है, जिसके परिणामस्वरूप विदेशी ताकतों ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। एर्नाकुलम जिले की सीमा पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि नफरत फैलाने और समाज में विभाजन पैदा करने वालों को भुला दिया जाएगा। एर्नाकुलम जिले की सीमा पर ही कांग्रेस की आज की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ संपन्न हुई।
उन्होंने दावा किया कि समाज में पैदा हुए विभाजन ने देश को कमजोर कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप चीन ने हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। गांधी ने कहा, “बाहर हमारे विरोधी देख सकते हैं कि भारत में क्या हो रहा है। वे देख सकते हैं कि भारत विभाजित है, घृणा से भरा हुआ है और वे स्पष्ट रूप से नेतृत्व के अहंकार को देख सकते हैं। आज हम पहली बार ऐसी स्थिति में हैं, जहां चीनियों ने हमारी हजारों किलोमीटर भूमि पर कब्जा कर लिया है।”
उन्होंने कहा कि सेना ने स्वीकार किया है कि चीनी सैनिकों ने भारतीय भूमि पर कब्जा कर लिया है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक रूप से इससे इनकार किया है। गांधी ने आरोप लगाया, “हमारे प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि कोई घुसपैठ नहीं हुई है। हमारी सेना ने कहा है कि वे घुसपैठ कर चुके हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने इससे इनकार कर दिया। लेकिन चीनी नयी दिल्ली के आकार के बराबर के भारतीय भूमि पर बैठे हुए हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस देश में फैले क्रोध, घृणा और अहंकार के परिणामस्वरूप बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने समेत कई परेशानियां पैदा हुई हैं। उन्होंने सवाल किया, “क्या श्री नारायण गुरु, चट्टंबी स्वामीकाल और महात्मा अय्यंकाली सहित हमारे समाज सुधारक इस तरह की हिंसा को स्वीकार करते, जो इन दिनों हमारे देश में हो रही है?” उन्होंने कहा कि आज देश का नेतृत्व करने वालों के भाषण नफरत और गुस्से से भरे हुए हैं और ‘‘आपको एक भी भाषण ऐसा नहीं मिलेगा जिसमें वे स्नेह, प्रेम या विनम्रता का उपदेश दें।”
गांधी ने कहा, “वे विनम्रता से नहीं बोलते हैं, वे अत्यंत अहंकार के साथ बोलते हैं। और वे घृणा और क्रोध फैलाते हैं। कोई भी देश यदि नफरत या अहंकार से भरा है, तो वह सफल नहीं हो सकता। भारत जब भी क्रोध और नफरत से भरा रहा है, सफल नहीं हुआ है। भारत जब भी प्यार और स्नेह से भरा रहा, तब कभी असफल नही हुआ है।”
गांधी ने मंगलवार को अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 13वें दिन की शुरुआत पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ अलाप्पुझा जिले के चेरथला से की। यात्रा की शुरुआत सेंट माइकल कॉलेज में रामबूटन का पौधा रोपने से हुई। इसका आयोजन केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पर्यावरण शाखा शास्त्रवेदी ने किया था। यात्रा के दौरान लगभग 30 किलोमीटर की दूरी तय की गई और यह एर्नाकुलम जिले के सीमावर्ती इलाके में अरूर में संपन्न हुई। यात्रा में शामिल नेता आज रात एर्नाकुलम जिले में रुके हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन, पवन खेड़ा, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन और शनिमोल उस्मान सहित अन्य लोग गांधी के साथ चले। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को गांधी की एक झलक पाने के लिए एक राजमार्ग के किनारे इंतजार करते देखा गया। गांधी भी रास्ते में रुककर उन्हें मिले।
कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर और 150 दिन लंबी पदयात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, जो जम्मू-कश्मीर में संपन्न होगी। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 10 सितंबर की शाम को केरल पहुंची थी और यह एक अक्टूबर को कर्नाटक में प्रवेश करने से पहले 19 दिनों में केरल के सात जिलों से गुजरते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।