चीनी नागरिक पर पाकिस्तान में लगा ईशनिंदा का आरोप , पुलिस ने इसे किया गिरफ्तार
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। खैबर पख्तूनख्वा के कोहिस्तान इलाके के बरसीन में एक बड़ी भीड़ चीनी नागरिक की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन कर रही थी। प्रदर्शनकारी चीनी कर्मचारी कैंप के बाहर जमा हुए और पत्थरबाजी की। चीन के नागरिक से जुड़ा मामले होने पर पाकिस्तान के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। सुरक्षाबलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में फायरिंग भी की।
प्रदर्शन के कारण सैकड़ों गाड़ियां भीड़ में फंसी रह गईं। चीन के इंजीनियर और मजदूर पाकिस्तान के कोहिस्तान और गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र की विभिन्न बिजली परियोजनाओं पर काम करते हैं। बताया जा रहा है कि जिस चीनी नागरिक पर ईशनिंदा का आरोप लगा है उसकी स्थानीय मजदूरों के साथ बहस हो गई थी। बहस के दौरान उसने ईशनिंदा की। जब यह खबर इलाके में फैली तो लोग भड़क गए। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि चीनी नागरिक को उनके हवाले कर दिया जाए।
पाकिस्तान में ईशनिंदा के मामले पहले भी आते रहे हैं। इसके कारण लोग अपनी जान भी गंवाते हैं। इससे पहले साल 2021 में एक श्रीलंकाई नागरिक की हत्या कर दी गई थी। 48 साल के प्रियंता सियालकोट में एक फैक्ट्री मैनेजर थे, जिन्हें पीट-पीट कर मार डाला गया। जब वह अधमरे हो गए, तब उन्हें भीड़ ने जला दिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना को एक शर्मनाक दिन बताया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंकाई नागरिक ने एक पोस्टर को फेंक दिया था, जिस पर धार्मिक नाम छपे हुए थे। उनके साथ काम करने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने सिर्फ बिल्डिंग को साफ करने के लिए पोस्टर को हटा दिया था, फेंका नहीं था। वहीं, फरवरी में भी ईशनिंदा को लेकर एक हत्या का मामला देखने को मिला था, जहां पाकिस्तान के ननकाना साहिब में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था। घटना पुलिस थाने में हुई थी। पुलिस का कहना है कि 35 साल के मोहम्मद वारिस को कुरान के अपमान में गिरफ्तार किया गया था।