नई दिल्ली: जोमैटो के भोजन आपूर्ति करने वाले जिस कर्मचारी की रविवार को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, उसका परिवार अभी तक इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहा है कि वह अब इस दुनिया में नहीं है। महज 20 दिन पहले जोमैटो में काम शुरू करने वाले नरेंद्र की दक्षिण पश्चिम दिल्ली के तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन के निकट अज्ञात भारी वाहन से कुचलकर मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि नरेंद्र बदरपुर फ्लाईओवर पर से गुजर रहे थे तभी सड़क पर पड़ी एक पतंग का मांझा उनके दोपहिया वाहन के पहिए और फुटरेस्ट में फंस गया। इसके चलते वह मोटरसाइकिल से गिर गए और पीछे से आ रहे एक वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। नरेंद्र के भाई पुनीत ने कहा कि मेरे पिता को कभी-कभी छोटा-मोटा काम मिल जाता है, लेकिन मेरा भाई ही परिवार में एकमात्र कमाने वाला था। परिवार का ज्यादातर खर्च नरेंद्र की कमाई पर चलता था और उसने हाल में मेरी भी शादी करवाई थी। लेकिन अब वह इस दुनिया में नहीं रहा।
पुनीत ने कहा कि नरेंद्र परिवार का अकेला कमाने वाला सदस्य और एकमात्र उम्मीद था। उन्होंने कहा कि मैं भी घटनास्थल पर पहुंचा। मैंने देखा कि मेरे भाई का सिर पूरी तरह से कुचला हुआ था। यह बेहद दर्दनाक और भयानक दृश्य था। हम सब उसे याद कर रहे हैं। अब हम और क्या कर सकते हैं। वह हमेशा के लिए चला गया है। पुलिस ने कहा कि नरेंद्र की मोटरसाइकिल को टक्कर मारने वाले वाहन की पहचान नहीं हो पाई है और अपराधी की पहचान करने के लिए सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की पड़ताल की जा रही है।