पटना : बिहार में जारी राजनीतिक हलचल के बीच सोमवार को पटना पहुंचे लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना कंस से कर दी है। चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहते हैं या नहीं जनता को इससे कोई मतलब नहीं है। बिहार में मुख्यमंत्री बने रहेंगे, राष्ट्रपति बनेंगे, उपराष्ट्रपति बनेंगे सिर्फ इसकी चर्चा हो रही है। बिहार की चिंता और जनता के मुद्दे की चिंता नहीं है। क्या नीतीश कुमार ने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो क्या उन्होंने तय कर लिया था कि वह केवल इसी पर काम करेंगे कि वह मुख्यमंत्री कैसे बने रहेंगे। चिराग मॉडल तो विकास का है। बिहार की 32 लाख जनता ने चिराग मॉडल का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का क्या मॉडल है वह ये बताएं। अपराध को चरम पर ले जाना, बेरोजगारी को चरम पर ले जाना क्या यही विकास है? जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर तंज कसते हुए चिराग ने कहा कि पानी में चलने वाला जहाज कैसे दौड़ेगा ये बताये जेडीयू के नीति निर्धारक। उपेंद्र कुशवाहा जी ने 2020 में क्या क्या नहीं बोला था यह मुख्यमंत्री को याद नहीं है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जवाब दें कि चिराग मॉडल कौन तैयार कर रहा है। चिराग किसी का मॉडल है तो रामविलास पासवान का, उनके सपनों का।
चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी के सगे नहीं हैं। कंस मामा की तरह एक-एक को मारते गए, मुख्यमंत्री का इतिहास लंबा रहा है। अपने ही नेताओं को प्रताड़ित किया है। बीजेपी को यह डर दिखाते रहते हैं। जनता को जंगलराज का डर दिखा कर सत्ता में आये थे। बीजेपी को कमजोर करने की हर कोशिश की इन्होंने। गठबंधन में इन्होंने कभी भी साझा कार्यक्रम नहीं शुरू किया। मैंने भी उस समय यही विरोध किया था। मैंने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की। मुख्यमंत्री ने सिर्फ अपने बारे में सोचा, जनता के बारे में नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा था मिट्टी में मिल जायेंगे, बीजेपी में नहीं जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि चिराग मॉडल की बात कर रहे हैं तो यह साबित करता है मेरे विजन को इन्होंने मेरी पार्टी और परिवार को तोड़ा, आज ये दूसरे पर दोष लगा रहे हैं। इतने कमजोर मुख्यमंत्री कभी नहीं बने हैं,आने वाला समय इनको याद रखेगा। इतिहास सत्ता के लोभी के रूप में इनको याद करेगा। आप के सभी आरोपों को मैं स्वीकार्य करता हूं।आप मेरे मुख्यमंत्री हैं और बड़े हैं।