सिगरेट बनाने वाली कंपनी ने बनाया रिकॉर्ड, टाटा, अंबानी जैसे दिग्गजों वाले क्लब में हुई शामिल
नई दिल्ली: सिगरेट बनाने से लेकर होटल कारोबार तक में फैली आईटीसी देश की 8वी सबसे वैल्यूएशन कंपनी बन गई है. मौजूदा समय में आईटीसी का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है. यह पहली बार है जब कंपनी का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा है. आईटीसी से आगे टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी,एचडीएफसी बैंक हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आईटीसी इस इलीट ग्रुप में कैसे शामिल हुई.
आईटीसी उन एलीट कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है जिसका मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपये हो गया है. आईटीसी टाटा, अंबानी जैसे दिग्गजों की कंपनी की फेहरिस्त में शामिल हो गई है. देश में 8 ही कंपनियां ऐसी हैं जिनका मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा है. गुरुवार को आईटीसी के शेयर में एक फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला और कंपनी का शेयर 402.60 रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया. कंपनी का मार्केट कैप पहली बार 5 लाख करोड़ रुपये के लेवल को टच किया है.
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, 5.003 ट्रिलियन रुपये के मार्केट कैप के साथ, आईटीसी ओवरऑल मार्केट कैप रैंकिंग में 8वे पायदान पर है. वहीं दूसरी ओर बीएसई का सूचकांक सेंसेक्स 0.37 फीसदी के इजाफे के साथ 59,790.16 पर कारोबार कर रहा था. साल 2023 के कैलेंडर ईयर में आईटीसी के शेयरों में 21 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है. जबकि सेंसेक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है.
आईटीसी भारत में सबसे बड़े डायवर्सिफाइड प्लेयर्स में से एक है. कंपनी सिगरेट, फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स , होटल और पेपर जैसे कारोबारों में मौजूद है. ITC ने अनिश्चित डिमांड के माहौल और मार्जिन पर लगातार महंगाई का दबाव रहने के बाद भी पिछली कुछ तिमाहियों में लचीला प्रदर्शन दिया है. कोविड ऐरा के बाद सिगरेट कारोबार में रिकवरी, नॉन सिगरेट एफएमसीजी बिजनेस में स्टेबल दो प्वाइंट की ग्रोथ और होटल के साथ पीपीपी कारोबार में इजाफा देखने को मिला है.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भी आईटीसी में लगातार तीसरी तिमाही में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. मार्च 2023 की तिमाही में आईटीसी में उनकी हिस्सेदारी 12.51 प्रतिशत से बढ़कर 12.87 फीसदी हो गई, जो दिसंबर 2022 तिमाही के अंत में दर्ज की गई थी. शेयरहोल्डिंग पैटर्न के आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर 2022 तिमाही में उनके पास 12.25 फीसदी हिस्सेदारी थी.