तारापुर परमाणु ऊर्जा स्टेशन में तैनात CISF जवान, राइफल और 30 राउंड जिंदा कारतूस के साथ हुआ गायब, सकते में पुलिस
भंडारा. भंडारा में शनिवार को उस समय सनसनी फैल गई जब एक नकाबपोश बंदूकधारी ने दिनदहाड़े राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय के सामने स्थित अन्नाजी कुलकर्णी लाइब्रेरी के अभ्यासिका में एक छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी. यह दिल दहला देने वाली घटना आज शनिवार को शाम 3 बजकर 30 मिनट पर घटी. लाइब्रेरी में बैठे बाकी दो छात्रों ने गोली चलाने वाले को धर दबोचा जिसे संघ के कार्यकर्ताओं ने भंडारा पुलिस के हवाले किया.
मृतक का नाम अतुल बालकृष्ण वंजारी (28) है. वह भंडारा के पास गणेशपुर का रहनेवाला था और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद संघ की अभ्यासिका में कंपीटीशन की तैयारी कर रहा था. जबकि आरोपी गंगाधर नारायण निखारे (40) मूल रूप से पद्मा वार्ड, पवनी का रहनेवाला था और कुछ साल पहले मृतक के यहाँ किरायेदार था. पेशे से निखारे भंडारा के कुछ कॉलेज में कंट्रीब्यूट्री प्रोफेसर के तौर पर फिजिक्स पढ़ाता था और पीएचडी धारक था. पुरानी रंजिश और पत्नी से विवाहेतर संबंध के संदेह के चलते निखारे ने वंजारी को ठिकाने लगाया ऐसी जानकारी सामने आई है.
पुलिस अधीक्षक लोहित मतानी ने आज शाम एक प्रेस वार्ता में बताया की वंजारी को खून से लथपथ अवस्था में जिला अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई. वंजारी और निखारे के बीच इसके पहले भी कई बार छुटपुट झगड़े हो चुके थे. दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस में मामला दाखिल कर रखा था. पुलिस के अनुसार निखारे आय. टी. ऐक्ट में और वंजारी धारा 354 में नामजद थे. पुलिस के अनुसार आरोपी निखारे ने घटना को अंजाम देने के के लिए देसी कट्टा इस्तेमाल किया जो उसने नागपुर से हासिल किया था. पुलिस इस पहलू पर आगे खोजबीन कर रही है.
घटना के बाद हेडगेवार चौक में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. पुलिस ने कमांडो तैनात कर भीड़ को नियंत्रित किया. भंडारा सांसद सुनील मेंढ़े, पार्षद रूबी चड्ढा, आशु गोंडाने, गणेशपुर से जिला परिषद सदस्य यशवंत सोनकुसरे भी घटनास्थल पहुंचे.चश्मदीद आकाश लाडे और आस्तिक गराडे ने नव भारत को खास बातचीत में बताया की 3 बजकर 30 मिनट के दौरान वह दोनों अतुल के साथ लाइब्रेरी की दूसरी मंजिल पर बनी अभ्यासिका में बैठे पढ़ाई कर रहे थे की अचानक एक बंदूकधारी कमरे में दाखिल हुआ. उसने रुमाल से अपना चेहरा ढँक रखा था और सर्जिकल दस्ताने पहन रखे थे. कमरे में आते ही उसने दो बार हैंड्स अप कहा और बंदूक अतुल पर तान दी. बंदूक देख तीनों विद्यार्थी उठ कर भागने लगे और खुद को बचाने के लिए टेबल-कुर्सी का सहारा लिया.
तभी बंदूकधारी ने गोली दाग दी जो अतुल के बाएं कंधे के नीचे जा लगी और वह खून में लथपथ जमीन पर बैठ गया. बंदूक से धुआँ उठ रहा था तभी आकाश और आस्तिक ने आरोपी को दबोच लिया. आरोपी तब चिल्ला रहा था की उसे छोड़ दें, उसकी दुश्मनी सिर्फ अतुल से है. इसके बाद पहले मंजिल पर मौजूद बाकी युवा और संघ कार्यालय से स्वयंसेवक वहाँ पहुंचे और उस पर काबू पाया. पुलिस मौके पर पहुँचने के बाद आरोपी को पुलिस के हवाले किया गया.