क्लिस्टर्स ने शिकागो में मैच हारा हौसला नहीं, बीते साल की थी टेनिस कोर्ट पर वापसी
बेल्जियम की 38 साल की किम क्लिस्टर्स को डब्ल्यूटीए टूर पर अपनी वापसी में शिकागो टेनिस क्लासिक के पहले दौर के मैच में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें ताइवान की हेश सुइ वेई ने दो घंटे 18 मिनट तक चले तीन सेटों के मुकाबले में 6-3, 5-7, 6-3 से हराया। दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी इससे पहले पिछले साल यूएस ओपन में खेली थी जहां उन्हें पहले दौर में हार मिली थी। उसके बाद अक्तूबर में घुटने की चोट और जनवरी में कोविड-19 के कारण वह टेनिस से दूर रहीं। वापसी के बाद वह चार स्पर्धाओं में खेली हैं लेकिन जीत अभी दूर है लेकिन उन्होंने हौसला नहीं हारा है।
तड़के पांच बजे उठने वालीं तीन बच्चों की मां न्यूजर्सी में रहती हैं। उन्हें शिकाओ ओपन के लिए वाइल्ड कार्ड मिला था। किम ने कहा कि मेरे लिए कुछ चीजें ठीक रहीं और कुछ खराब। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है जो मेरे कोच, ट्रेनर और फिटनेस कोच से बात हुई कि मैंने लगातार मैच में बने रहने के लिए प्रयास किया। जीतने के करीब भी पहुंची। क्लिस्टर्स ने 2005 में यूएस ओपन जीता, उसके बाद 2009 और 2010 में अपनी सफलताओं को दोहराया। उसके बाद 2011 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में खिताबी जीत हासिल की।
इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंची 35 साल की हेश के सामने अब छठी वरीयता की ओस जेबुर होगी जिन्हें पहले दौर में बाई मिला है। इसके अलावा डेनिली कोलिंस, जेसिका पेगुला और वेरोनिका कुद्रेमेतोवा भी अगले दौर में पहुंचने में सफल रहीं। अमेरिका की मेडिसन कीज को पहले दौर के मैच में बेलारूस की एलेजेंद्रा सासनोविच के खिलाफ कंधे की चोट के कारण रिटायर्ड होना पड़ा।
अभी क्लिस्टर्स शिकागो में ही हैं और उनका हमवतन क्रिस्टन फिल्पकेंस के साथ युगल में खेलने का इरादा है लेकिन आगे सीजन में योजनाओं के बारे में वह सुनिश्चित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर फिट रही तो इंडियन वेल्स में खेल सकती हूं। इरादा तो विश्व टीम टेनिस में खेलने का भी है।