CM योगी के साथ-साथ हिन्दू युवा वाहिनी का कद भी हुआ ऊंचा…
लखनऊ: यूपी में योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से उत्तर प्रदेश की कार्यप्रणाली तो बदलती नजर आ ही रही है, साथ ही उनके संगठन हिन्दू युवा वाहिनी का कद भी काफी ऊपर उठता नजर आ रहा है। दरअसल, योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से उनके संगठन से जुड़ने की इच्छा रखने वालों की तादात में तेजी से बढ़ोत्तरी होती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि अब इस संगठन से जुड़ने के लिए लोग प्रतिदिन हजारों की संख्या में आवेदन कर रहे हैं।
हिन्दू युवा वाहिनी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि पहले जहां इस संगठन से जुड़ने के लिए रोजाना 500-1000 आवेदन आते थे, वहीं अब इसकि संख्या में लगभग 5 से 10 गुना बढ़ोत्तरी हो गई है। अब रोजाना संगठ से जुड़ने के लिए प्राप्त हो रहे आवेदनों की संख्या लगभग 5000 के करीब पहुंच जाती है।
हिन्दू युवा वाहिनी की सदस्यता लेने के लिए जारी दिशा-निर्देश
उन्होंने बताया कि योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू युवा वाहिनी संगठन की नींव वर्ष 2002 में रखी थी। अभी तक हिन्दू युवा वाहिनी का सदस्य बनने के लिए कोई नियम या कानून नहीं थे, हालांकि अब इसका सदस्य बनने के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
नए दिशा-निर्देश के मुताबिक पहले उम्मीदवार के बैकग्राउंड को चेक और वैरिफाई किया जाएगा कि क्या उसका किसी राजनीतिक पार्टी की ओर झुकाव तो नहीं, फिर उम्मीदवार को एक साल की जांच प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा।
संगठन के तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि कई लोग संगठन से इसलिए जुड़ना चाहते हैं ताकि वो इसे बदनाम कर सकें। इसलिए उम्मीदवार के बैकग्राउंड के साथ उसकी गतिविधियों को भी जांच लिया जाए।
सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि संगठन से जुड़ने के बाद नए सदस्य को कम से कम छह माह तक एक सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करना होगा, इसके बाद ही उसे कोई पद दिया जाएगा।
यह सर्कुलर सभी जिला और मंडल इकाइयों को भेज दिया गया है और चेतावनी दी गई है कि किसी भी व्यक्ति को सदस्य बनाने से पहले पूरी सावधानी बरती जाए। इस संगठन में कोई भी महिला सदस्य नहीं है।
पहले सदस्य बनने के लिए आवेदक को 11 रुपए का शुल्क देना होता था, जिसकी रसीद तुरंत दे दी जाती थी। अब मेंबरशिप के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा और सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।