CM मुफ्ती ने कहा हमले के बाद देश ने दिया भाईचारे का संदेश, नहीं खत्म होने देंगे कश्मीरियत
अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं से भरी हुई बस पर हुए आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हुई. सोमवार रात को आतंकियों के द्वारा गोलीबारी में करीब 19 लोग घायल हुए. लेकिन इसके बावजूद भी अमरनाथ यात्रा नहीं रुकी, यात्रा अभी भी जारी है. वहीं बुधवार को राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले से हर कोई दुखी है, यह एक निंदनीय घटना थी. काफी वर्षों के बाद कश्मीर किसी मुद्दे पर एकजुट हुआ है, हर कश्मीरी को इस हमले से दुख हुआ है. कश्मीर कभी भी ऐसे हमलों के साथ नहीं है.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हर साल लाखों श्रद्धालु अमरनाथ की यात्रा के लिए आते हैं, कश्मीरी लोग अपने-अपने तरीके से सभी की सेवा भी करते हैं. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सभी देशवासियों ने भाईचारे का संदेश दिया है, कोई कितनी भी कोशिश करले लेकिन कभी भी कश्मीरियत खत्म नहीं होगी.
मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की आवाम ने भाईचारे का सबूत दिया है. कश्मीरी में घोड़े वाला, मजदूर, खाना खिलाने वाला हर कोई अमरनाथ यात्रा पर आए हुए श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं.
जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार रात अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भी श्रद्धालुओं ने हिम्मत नहीं हारी है. हमले के बाद भी यात्रा जारी है. बुधवार को श्रद्धालुओं का एक और नया जत्था हिमालय की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुआ.
पुलिस ने बताया, “सुरक्षा बलों के काफिले के साथ तड़के चार बजे 3,791 यात्रियों का एक नया जत्था भगवती नगर यात्री निवास से 101 वाहनों में घाटी के लिए रवाना किया गया. इसमें 55 बसें व 46 हल्के मोटर वाहन हैं.”
बता दें कि मंगलवार को भी एक जत्था सुबह 3 बजे जम्मू से पहलगाम और बालटाल के लिए अमरनाथ यात्रा के लिए जत्था रवाना हुआ था. इस जत्थे में 2389 श्रद्धालु जाएंगे, जिसमें 1529 पुरुष और 537 महिलाएं थी. वहीं जत्थे में 250 साधु भी थे. वहीं बलताल से रुट से 973 यात्री जिसमं 754 पुरुष और 219 महिलाएं श्रद्धालु निकलें. मंगलवार को कुल 3289 यात्री पवित्र गुफा के दर्शन के लिए निकले थे. इस दौरान कुल 105 छोटे-बड़े वाहन इन्हें ले गए.