CM से लेकर PM तक इंसाफ की गुहार, न्याय न मिला तो कलेक्ट्रेट में आग लगाकर दी जान
आगरा. उत्तर प्रदेश न्याय की गुहार लगाते-लगाते एक और शख्स की सांसों की डोर आखिर थम ही गई. लेकिन उसे इंसाफ न मिला. मृतक अजय गुप्ता ने सोमवार को ही मथुरा के कलेक्ट्रेट में खुद को आग लगा ली थी. जिन्हें गंभीर हालत में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कवाया गया था.मिली जानकारी के मुताबिक बरेली के रहने वाले कुछ समय पहले आगरा के राजेश चौहान के माध्यम से अपना घर बेचा था. जिसकी एवज में मिले 14 लाख रुपयों को राजेश चौहान ने दबा लिया.अजय के पास वही एक मात्र पूंजी थी जिसके सहारे पूरे परिवार की जिंदगी कटनी थी. खुद को सपा नेता बताने वाले राजेश चौहान ने अपनी पहुंच का फायदा उठाकर अजय को खूब प्रताड़ित किया.अजय ने अपनी रुपया वापस पाने के लिए मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक से गुहार लगाई लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. इस बीच अधिकारियों की चौखट पर भी खूब सर पटका. 10 महीने तक मथुरा में विक्षिप्त हालत में भटकने के बाद आखिरकार मथुरा के कलेक्ट्रेट में खुद को आग लगा ली.90 फीसद से ज्यादा जल चुके अजय गुप्ता को आनन-फानन में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भेजा गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.इस घटना के बाद इतना तो तय है कि कोई भी ऊपर तक पहुंच रखने वाला किसी के साथ कुछ भी कर सकता है और सिस्टम पीड़ित शख्स का कभी साथ नहीं देगा. वहीं अधिकारी कितने संवेदनहीन इसका भी ये मामला सबसे बड़ा उदाहरण है.