छत्तीसगढ़राज्य

BJP नेताओं पर बरसे CM बघेल, बोले-इनकी बेटियां मुस्लिम से शादी करें तो लव, दूसरे करें तो जिहाद..?

रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर से बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का नाम लिए बगैर बड़ी बयानबाजी की है. उन्होंने कहा, ‘जब भाजपा के बड़े नेताओं की बेटियां करें तो वह लव हो जाता है और दूसरे करें तो जिहाद..? आखिर ऐसा क्यों है ? बीजेपी के बड़े नेताओं को उनके वरिष्ठ नेताओं से पूछना चाहिए कि आखिरकार उनकी बेटियां कहां और किसके साथ रहती हैं? ‘

दरअसल CM बघेल अपने बेहद करीबी सलाहकार के दादाजी की मौत के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर के ग्राम अकलतरी पहुंचे थे। बघेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, ‘बेमेतरा में दो बच्चों के झगड़े में मौत हुई है। किसी की भी मौत होना दुखद है। लेकिन, भाजपा ने ऐसा माहौल बना दिया कि छत्तीसगढ़ में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिरनपुर मामले को लेकर भाजपा सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंक रही है।’

बघेल ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘आपने उनको रोकने के लिए क्या कोशिश की. आपको केवल राजनीतिक रोटी सेंकना है. अपने दामाद को मंत्री बनाकर रखते हैं, सांसद बनाकर रखते हैं और दूसरे के लिए दूसरा कानून.’ बेमेतरा शहर से 60 किलोमीटर दूर स्थित बिरनपुर गांव में आठ अप्रैल को स्कूली बच्चों के बीच लड़ाई के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. इस झड़प में स्थानीय निवासी भुनेश्वर साहू (22) की मौत हो गई थी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसे लेकर हिंदू संगठन भड़क उठे थे।

उन्होंने कहा कि दो मुद्दों पर भाजपा की दोहरी नीति उजागर हुई है और राजनीतिक रोटी सेंक रही है. उन्होंने जशपुर के कोरवा आदिवासियों की मौत और बेमेतरा के बिरनपुर घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि पहली घटना में भाजपा ने कमेटी गठित की और रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपा गई. लेकिन, दूसरी घटना में कोई कमेटी गठित नहीं की गई और भाजपा के सारे सांसद भीड़ के साथ जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा मृतक परिवार को संवेदना प्रकट करने नहीं, बल्कि, आग लगी थी उसमें पेट्रोल डालने गए थे।

बघेल ने यह साफ कर दिया कि बीजेपी के पास केवल दो ही मुद्दे हैं संप्रदायिकता और धर्मांतरण. इन्हीं पर वह चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि कांग्रेस के पास जनकल्याणकारी कई मुद्दे हैं जिस पर वह चुनाव लड़ेंगे जिसमें बेरोजगारी, किसान, स्वास्थ्य और विकास जैसे मुद्दे प्रमुखता से शामिल है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बजट में जिन लोगों के लिए सरकार ने काम किया है, वे आभार प्रदर्शन करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं. जिस तरह से सरगांव में भरोसा सम्मेलन हुआ, उसी तरह बस्तर में प्रियंका गांधी को पहली बार आमंत्रित किया गया है, जिसमें महिला, आदिवासी और युवाओं के लिए है सम्मेलन है।

Related Articles

Back to top button