उत्तराखंड

हर संकट में अपनों के बीच: सीएम धामी

आपदा प्रभावित क्षेत्र धारचूला पहुंचे CM धामी, पीड़ितों से मिलकर जाना हालचाल, कहा- आपदा की घड़ी में सरकार आपके साथ

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्र धारचूला पहुंचे। उन्होंने आपदा प्रभावित गांव खोतिला के साथ ऐलधारा में हुए भूस्खलन से हुए नुकसान का हवाई सर्वे किया। इसके बाद सीएम स्थानीय स्टेडियम में आपदा प्रभावितों से मिले और उनका हाल जाना। उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत एवं बचाव कार्यों पर नजर बनाए हैं। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। वहीं ऐलाधारा में हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए बीआरओ व प्रशासन को ठोस रणनीति के तहत काम करने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने आपदा की इस घड़ी में गॉर्ड ऑफ ऑनर भी नहीं लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय हेलीपैड में उन्होंने सेना के अधिकारियों से वार्ता कर जवानों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि धारचूला के लोगों को आपदा के दौरान राहत पहुंचाने के लिए सेना जिम्मेदारी से काम कर रही है। इस मौके पर सांसद अजय टम्टा, विधायक हरीश धामी, विधायक डीडीहाट विशन सिंह चुफाल, नगर पालिकाध्यक्ष राजेश्वरी, डीएम डॉ. आशीष चौहान सहित कई लोग शामिल रहे।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान कहा कि, “यहां काफी नुकसान हुआ है। कोकिला गांव के 58 परिवार के मकान पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं। एल धारा में भूस्खलन हुआ है उससे धारचूला शहर में मलबा आ गया है, काफी घर उसकी जद में आ गए हैं। हम लोग यहां पुनर्वास की व्यवस्था की बात कर रहे हैं। आपदा राहत के काम भी करेंगे।”

गौरतलब है कि पिछले दिनों क्षेत्र में हुई भारी बारिश ने जमकर कहर बरपाया। यहां हुई बारिश से धारचूला-तवाघाट सड़क पर ऐलधारा के पास फिर से भूस्खलन हुआ। पहाड़ी से भारी मात्रा में आया मलबा 15 दुकानों व 30 घरों में घुस गया, जिससे लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं 2 कार व 4 बाइक भी मलबे में दब गए। लगातार हुए भूस्खलन से क्षेत्र की 10 हजार से अधिक की आबादी दशहत में रही।

धारचूला में हुई बारिश यहां के लोगों के लिए आफत बनकर बरसी। बीते शुक्रवार देर रात भारी बारिश के बाद ऐलाधारा में फिर से भूस्खलन हुआ। पहाड़ी से मल्ली बाजार, कुटियाल खेड़ा व रौंकली खेड़ा में भारी मात्रा में मलबा व बोल्डर गिरे। यहां की 15 दुकानों व 30 घरों में मलबा घुसने से प्रभावितों को लाखों का नुकसान झेलना पड़ा है।

Related Articles

Back to top button