उत्तराखंड

CM धामी ने किया अमृत गमय इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक एंड डांस कार्यक्रम का उद्घाटन

देहरादून। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केंद्रीय मंत्री जी कृष्णा रेडी ने सर्कुलर रोड डालनवाला स्थित वेल्हम गर्ल्स स्कूल ऑडिटोरियम में कला क्षेत्र फाउंडेशन द्वारा अमृत गमय इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक एंड डांस कार्यक्रम का विधिवत दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। इस दौरान सुप्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां भी दी।

भारत माता के उद्घोष के साथ उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने कहा, ” आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में कलाक्षेत्र फाउंडेशन द्वारा आयोजित अमृतम् गमय कार्यक्रम में अभी हमनें लोगों को सुना, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर पुरे देश में 60,000 से अधिक कार्यक्रम किये जा रहे हैं। यहां उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों एवं अधिकारीगण, देश और विदेश के कलाकारों तथा स्कूल के नौनिहालों की ओर से आदरणीय किशन रेड्डी जी का देवभूमि पर स्वागत करता हूँ। आप यहां दो कार्यों से आये एक बाबा केदारनाथ का दर्शन और दुसरा आप आजादी के अमृत महोत्सव के तहत , कलाक्षेत्र फाउंडेशन जो कार्यक्रम कर रहा है। कला इतनी महान, इतनी अलमोल, इतनी रचनात्मक है की यह व्यक्ति और राष्ट्र दोनों के लिए प्रेरणा बन जाती है। भारतीय कला की आदरणीय रुक्मणि देवी को नमन करता हूँ।

उन्होनें 1936 में कलाक्षेत्र फाउंडेशन की नींव रखी थी। संस्कृति मंत्रालय द्वारा कलाक्षेत्र फाउंडेशन ने नृत्य एवं संगीत का एक अंतरराष्ट्रीय महोत्सव,अमृतम् गमय का आयोजन किया जा रहा है उस हेतु इससे जुड़े सभी लोगों को एवं कलाक्षेत्र फाउंडेशन को अपनी तरफ से बहुत बहुत बधाई देता हूँ और शुभकामनाएं देता हूं कि इस तरह के कार्यक्रम अन्य जगह पर आयोजित हो रहे हैं। मा। प्रधानमंत्री जी का संकल्प ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को साकार करने के लिये इस तरह के कार्यक्रम बहुत ही सराहनीय होंगे| सभी कलाकारों को बधाई जो शानदार प्रस्तुति देंगे। वसुधैव कुटुंबकम को साकार करते हुये, कला का प्रदर्शन हो रहा है।

अभी ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जा रहा है जो देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा अभियान है। आदरणीय रेड्डी जी उसके संयोजक हैं। एक शक्तिशाली , गौरवशाली, आत्मनिर्भर भारत बनाने का और दुनिया में अग्रणी भारत बनाने की जिम्मेदारी हमारे नौनिहालों पर है। यह देश का अमृतकाल चल रहा है। आज से ठीक एक साल बाद हमारे राज्य की स्थापना का रजत जयंती मनाया जायेगा। इस अवसर पर आप सभी लोगों का धन्यवाद एवं कलाक्षेत्र फाउंडेशन को साधुवाद। “

कार्यक्रम के स्टार कलाकार संतूर वादक पंडित राहुल शर्मा रहे। उन्होंने और उनके बैंड ने गुलज़ार गनी (वोकल) के नेतृत्व में कश्मीरी लोक संगीतकारों के साथ मंच साझा किया। ताल इंडिया, भारत भर के लोक और शास्त्रीय ढोलों से बना एक ताल ऐसा ताल जो अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अतिरिक्त, उत्तराखंड का पहाड़ी लोक संगीत, जो श्री नरेंद्र सिंह नेगी और समूह द्वारा प्रस्तुत किया गया था, फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण था। इस कार्यक्रम में पुरुलिया छाउ, पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य, लालगुडी विजयलक्ष्मी द्वारा वायलिन वादन, और अनुपमा भागवत द्वारा सितार वादन भी शामिल थे। इसके अलावा, कार्यक्रम में कलाक्षेत्र फाउंडेशन, चेन्नई के भरतनाट्यम डांसर्स ने रामायण को केंद्र में रखकर एक नृत्य प्रस्तुत किया।

मिस्र का लोक नृत्य तन्नौरा, और फ़्लैमेंको, जो स्पैनिश लोक संगीत और नृत्य का एक रूप है, इस आयोजन के अन्य मुख्य आकर्षण थे। इस उत्सव में भारत स्पेन और इजिप्ट देशों के लगभग 100 कलाकारों ने भाग लिया। इस विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम में मिस्र के पांच और स्पेन के आठ कलाकारों ने हिस्सा लिया। इंडियन परफार्मिंग आर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक प्रमुख सांस्कृतिक कंपनी, बनयान ट्री इवेंट्स के सहयोग से इस उत्सव की शुरुआत की गई थी।

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